मुंबई:
महाराष्ट्र के राज्यपाल बी एस कोश्यारी (Governor Bhagat Singh Kosari) ने रविवार को कहा कि महाविकास आघाडी (एमवीए) सरकार कानून लाकर स्थानीय लोगों के लिए निजी नौकरियों में 80 प्रतिशत आरक्षण सुनिश्चित करेगी. भगत सिंह कोश्यारी ने यह घोषणा विधान भवन में विधायकों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए की. उन्होंने इस दौरान आने वाले वर्षों के लिए सरकार का व्यापक एजेंडा पेश किया.
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राज्यपाल ने आगे कहा कि सरकार आम लोगों को 10 रुपये में भोजन मुहैया कराएगी और राज्य के प्रत्येक जिले में सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल बनाएगी. स्थानीय युवाओं को नौकरियों में 80 प्रतिशत आरक्षण देना, दस रुपये में भोजन मुहैया कराना और सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों का निर्माण सत्तारूढ़ शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन सरकार के साझा न्यूनतम कार्यक्रम का हिस्सा है. कोश्यारी ने मराठी में अपने भाषण में कहा, "शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस की महा विकास आघाडी गठबंधन सरकार बेरोजगारी को लेकर चिंतित है. उन्होंने आगे कहा कि सरकार कानून लाकर स्थानीय लोगों के लिए निजी नौकरियों में 80 प्रतिशत आरक्षण सुनिश्चित करेगी." उन्होंने कहा कि सरकार जल्द ही महाराष्ट्र की आर्थिक स्थिति की "सही तस्वीर" पेश करेगी.
इससे पहले सीएम उद्धव ठाकरे ने पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस की ओर बढ़ाया दोस्ती का हाथ, कहा देवेन्द्र को वो विपक्ष का नेता नहीं समझते बल्कि वो एक जिम्मेदार नेता मानते हैं. उद्धव ठाकरे ने फडणवीस से कहा कि वो उनके हमेशा दोस्त रहेंगे. सदन में उन्होंने कहा कि मैंने देवेंद्र फडणवीस से बहुत सी चीजें सीखी हैं और मैं हमेशा उनसे दोस्ती रखूंगा. पिछले 5 वर्षों में, मैंने कभी भी सरकार को धोखा नहीं दिया है.
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) को रविवार को महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में निर्विरोध चुना गया. विधानसभा अध्यक्ष नाना एफ. पटोले ने सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी और विपक्ष के विधायकों द्वारा तालियों की गड़गड़ाहट के बीच देवेंद्र फडणवीस के नाम की घोषणा की. इसके बाद फडणवीस ने कहा कि विरोधी का मतलब शत्रु नहीं है, बल्कि वैचारिक विरोध होता है. जो कल विरोधी थे, वे आज मित्र हो गए और जो मित्र थे, वे विरोधी हो गए.
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देवेंद्र फडणवीस ने सदन में बोलते हुए कहा कि मैंने कहा था कि मैं फिर से आऊंगा. इसके लिए महाराष्ट्र की जनता ने हमें जनादेश भी दिया, लेकिन इस जनादेश का हमने सम्मान नहीं किया. मैंने ये नहीं कहा था कि कब आऊंगा. लेकिन अब कहना चाहता हूं कि मेरा पानी उतरता देखकर घर मत बसा लेना, मैं समंदर हूं फिर से वापस आऊंगा.