Pune Heavy Rain News: महाराष्ट्र के पुणे शहर में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. रातभर की मूसलाधार बारिश के बाद शहर के कई हिस्सों में पानी भर गया है. इस स्थिति के चलते लोग घरों में फंसे हुए हैं और बाहर निकलने में कठिनाई का सामना कर रहे हैं. पुणे की मुठा नदी में खडगवासला डैम से पानी छोड़े जाने के बाद स्थिति और भी गंभीर हो गई है. करीब 40 क्यूसके अतिरिक्त पानी छोड़े जाने से नदी के किनारे बसे इलाकों में जलजमाव की समस्या बढ़ गई है. कई इलाकों में बिजली भी नहीं है, जिससे लोगों की परेशानियां और बढ़ गई हैं.
हाउसिंग सोसाइटी में जलजमाव और हादसे
पुणे की लगभग 15 हाउसिंग सोसाइटी में बारिश का पानी घुस गया है, जिससे निवासियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. करंट लगने की वजह से तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है, जिससे शहर में भय का माहौल बन गया है. शहर के चार अलग-अलग स्थानों पर 100 मिलीमीटर से भी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है, जो स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है.
स्कूलों में छुट्टी और रेड अलर्ट
आपको बता दें कि मौसम विभाग ने पुणे शहर और उसके आसपास के क्षेत्रों जैसे भोर, वेल्हा, मावल, मुलशी, हवेली तालुका में भारी बारिश की चेतावनी दी है और रेड अलर्ट जारी किया है. इसको देखते हुए 25 जुलाई को पुणे शहर के सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है. जिला कलेक्टर डॉ. दिवासे ने नागरिकों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकलें. पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम क्षेत्र में भी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है.
रायगढ़ में भी स्कूल बंद
वहीं पुणे के बाद रायगढ़ जिले के कई इलाकों में भी भारी बारिश के चलते स्कूलों को बंद कर दिया गया है. महाड, पोलादपूर, माणगाव, तळा, रोहा और सुधागड इलाकों में छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है. मुंबई विश्वविद्यालय ने भी आज होने वाली सभी परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है और नई तारीखों की घोषणा जल्द ही की जाएगी.
डिप्टी सीएम का निर्देश
इसको लेकर अब डिप्टी सीएम अजित पवार ने पुणे के कलेक्टर सुहास दिवसे से फोन पर बात की और शहर की स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने कलेक्टर को तत्काल प्रभाव से हालात पर काबू पाने और जिन सोसाइटियों में पानी भर गया है वहां तुरंत उपाय करने के निर्देश दिए हैं. डिप्टी सीएम ने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा और राहत कार्यों में कोई कोताही नहीं बरती जानी चाहिए.