मध्य प्रदेश में अधिवक्ता लंबे समय से एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार का इस और कोई ध्यान नहीं है. इस बीच जबलपुर में अज्ञात हमलावरों ने एक अधिवक्ता पर जानलेवा हमला किया है. घटना के बाद से अधिवक्ता की हालत गंभीर बनी हुई है, जिसे की इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है. पीड़ित अधिवक्ता की पहचान अरुण दीक्षित के रूप में हुई है. इस घटना के बाद से अधिवक्ताओं में भारी आक्रोश है.
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बताया जा रहा है कि अधिवक्ता अरुण दीक्षित जब अपने घर जा रहे थे. तभी पचमट्ठा मंदिर के पास बाइक पर सवार होकर आए दो लोगों ने उन पर पीछे से हमला कर दिया. हमले के दौरान चाकू उनकी पीठ पर फंस कर रह गया. हमलावरों के द्वारा बीच शहर में अटैक करने के बाद वो आसानी से मौके से फरार भी हो गए. घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर बड़ी संख्या में अधिवक्ता भी पहुंच गए और घायल अरुण दीक्षित को इलाज के लिए निजी अस्पताल ले गए.
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बताया जा रहा है कि घायल अरुण दीक्षित की किसी से पुरानी रंजिश चल रही थी. हालांकि अभी तक नाम सामने नहीं आया है. इधर आक्रोशित अधिवक्ताओं ने पुलिस को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. साथ ही कल जिला अदालत को बंद करने का निर्णय लिया गया है. अधिवक्ताओं का कहना है कि अगर 24 घंटे में हमला करने वाले आरोपी गिरफ्तार नहीं होते हैं तो आने वाले समय में प्रदेशभर के अधिवक्ता उग्र आंदोलन करेंगे. इधर पुलिस ने हमलावरों की तलाश तेज करते हुए उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पूरे शहर में नाकाबंदी कर दी है.
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