logo-image

उमरिया गैंगेरप मामले में अफसरों ने आयोग को नोटिस जारी किया

आयोग ने कहा है कि यह पीड़ित के मानवाधिकारों के उल्लंघन का मामला है और इससे यह स्पष्ट होता है कि नागरिकों को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने वाली एजेंसियां अपने वैध कर्तव्य का पालन करने में विफल रही हैं.

Updated on: 19 Jan 2021, 10:34 AM

उमरिया:

मध्यप्रदेश के उमरिया शहर में 13 साल की एक लड़की के साथ कथित रूप से हुए गैंगरेप के मामले को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान में लिया है और इस पूरे घटनाक्रम की राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर रिपोर्ट तलब की है. उमरिया जिले की किशोरी के साथ लगातार कई दिनों तक दुष्कर्म होता रहा. उसे पहले दो युवकों ने अपनी हवस शिकार बनाया, ढाबे में कैद रखा और फिर साथियों को सौंप दिया. इतना ही नहीं, किशोरी ने जिस ट्रक वाले से मदद की गुहार लगाई, उसने भी उसके साथ दरिंदगी करने में हिचक नहीं दिखाई.

और पढ़ें: जल्लाद डॉक्टर ने ऑफिसर बीवी को दी भयानक मौत, मामला जान कांप जाएगी रूह

आयोग ने मीडिया में आईं खबरों के आधार पर कहा है कि यह वीभत्स घटना है जो क्षेत्र की कानून और व्यवस्था की स्थिति पर सवालिया निशान लगाती है. इस मामले में अपराधियों ने पीड़िता के मानवाधिकारों का उल्लंघन करने वाले कानून का कोई डर न रखते हुए दो बार जघन्य अपराध किया.

आयोग ने कहा है कि यह पीड़ित के मानवाधिकारों के उल्लंघन का मामला है और इससे यह स्पष्ट होता है कि नागरिकों को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने वाली एजेंसियां अपने वैध कर्तव्य का पालन करने में विफल रही हैं.

आयोग ने 4 सप्ताह के भीतर मामले में एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. रिपोर्ट में राज्य के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को आरोपियों की गिरफ्तारी, पीड़ित को दिए गए परामर्श के साथ-साथ राहत और पुनर्वास प्रदान करने का ब्यौरा भी देना होगा.