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बीजेपी विधायक ने किया CAA का समर्थन, उमा भारती ने बताया बेपेंदी का लोटा

उमा भारती ने उन्हें बेपेंदी का लोटा बता डाला. साथ ही कहा कि इस मामले में पार्टी के अध्यक्ष राकेश सिंह उनसे बात करेंगे.

Updated on: 30 Jan 2020, 03:19 PM

Bhopal:

बीजेपी की पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी के CAA विरोधी बयान पर तीखा हमला बोला है. उमा भारती ने उन्हें बेपेंदी का लोटा बता डाला. साथ ही कहा कि इस मामले में पार्टी के अध्यक्ष राकेश सिंह उनसे बात करेंगे. दरअसल, उमा भारती 29 जनवरी को सीहोर के प्राचीन सिद्धविनायक गणेश मंदिर पहुंची थीं, जहां उन्होंने यह बयान दिया. उमा भारती ने बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी (Narayan Tripathi) के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'वह एक विजातीय तत्व हैं, जो हमारे यहां आ गए हैं. वह बेपेंदी के लोटे हैं, जिनकी कोई विचारधारा नहीं हैं. जैसे सर में जूं काटने लगती है, वैसे ही बीच-बीच में यह लोग काटने लगते हैं.'

गौरतलब है कि मैहर से बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाणी ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध करते हुए कहा कि देश में बेरोजगारी पर बात करने की जरूरत है. सीएए से माहौल खराब हो रहा है, देश में गृहयुद्ध जैसे हालात बन गए हैं. जब प्रदेश में बीजेपी के शीर्ष नेता सीएए के समर्थन में जागरूकता रैली निकाल रहे हैं, ऐसे में बीजेपी विधायक का सीएए के विरोध में खुलकर बोलना पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ा करने वाला है.

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विधायक त्रिपाठी ने कहा, "मैं अपनी अंतर्रात्मा से सीएए का विरोध कर रहा हूं. इससे भाईचारा खत्म हो रहा है. लोग एक-दूसरे को संदेह से देख रहे हैं. हम पार्टी फोरम पर अपनी बात रखेंगे." उन्होंने कहा कि ये मेरी निजी राय है. सीएए वोट की राजनीति के लिए सही है, लेकिन देश के लिए नहीं.

बीजेपी विधायक ने कहा- "इस देश में बेरोजगारी पर बात करने की जरूरत है, न कि धर्म के आधार पर नागरिकता की. उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर देश का बंटवारा नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि या तो आप संविधान के साथ हैं या विरोध में हैं और यदि संविधान के हिसाब से नहीं चलना है तो फाड़ कर फेंक देना चाहिए. मैं गांव से आता हूं और गांव में आज भी आधार कार्ड नहीं बन रहे तो बाकी कागज कहां से लाएंगे. ये मेरे दिल की आवाज है. देश को अगर आगे ले जाना है तो इस कानून को लागू नहीं करना चाहिए."

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कांग्रेस का मिला समर्थन

बीजेपी विधायक के बयान के बाद मध्‍य प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने त्रिपाठी का समर्थन करते हुए कहा कि देर आए दुरुस्‍त आए. वह विचारधारा से न सिर्फ कांग्रेस के सदस्य हैं, बल्कि वह विधायक भी रहे हैं. इससे पहले भी विधानसभा में एक मामला आया था तो उन्होंने सीएम कमलनाथ का सपोर्ट किया. यकीनन जो बात उनके दिल में है वो बाहर आ गई है. सच कहूं तो उन्‍होंने अपनी राजनीति में विधान के मूल मंत्र का पालन किया है. केवल नारायण त्रिपाठी नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश में भी एक विधायक ने सीएए का विरोध किया था. वहीं, त्रिपाठी को भोपाल से कांग्रेस विधायक आरिफ का भी भरपूर साथ मिला. कांग्रेस विधायक ने कहा कि नारायण त्रिपाठी का डीएनए कांग्रेसी है.

पहले भी रहे हैं चर्चा में

बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी चर्चाओं में रहते हैं. जुलाई 2019 में विधानसभा में एक विधेयक को लेकर मतदान हुआ था, जिसमें उन्होंने क्रॉस वोटिंग की थी. उन्होंने कहा था कि मैं कमलनाथ जी के विचारों से प्रभावित हूं. बाद में वह फिर से पार्टी में लौट आए थे. अब फिर से उनके तेवर और सुर बदल गए हैं इससे बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. नारायण त्रिपाठी का नाम हनीट्रैप मामले में पुलिस चार्जशीट में भी है. त्रिपाठी 2014 में बीजेपी में शामिल होने से पहले कांग्रेस के विधायक थे.