कोरोना के साथ लड़ाई में युवती दो बार गई कोमा में, 12 बार रिपोर्ट आई पॉजिटिव और अंत में..
खास बात यह है की मरीज पहले से ही एक बेहद गंभीर बीमारी से ग्रसित थी उसके बावजूद भी डॉक्टरों की मेहनत और मरीज के जज्बे ने कोरोनावायरस को मात दे दी.
Jabalpur:
देश में कोरोना मरीजों की संख्या में भले ही इजाफा हो रहा हो लेकिन कोरोना से जंग जीतने वाले भी कम नहीं है. ऐसी ही एक युवती जबलपुर में सामने आई है जिसने लगातार 40 दिनों तक कोरोना से लड़ाई लड़ी और उसको जीता भी. खास बात यह है की मरीज पहले से ही एक बेहद गंभीर बीमारी से ग्रसित थी उसके बावजूद भी डॉक्टरों की मेहनत और मरीज के जज्बे ने कोरोनावायरस को मात दे दी.
दरअसल नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में 14 अप्रैल को विजय नगर निवासी एक युवती को भर्ती किया गया. जो न्यूरोमाइलाइटिस ऑप्टिका यानि एनएमओ नामक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर बीमारी की शिकार थी.
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इस बीमारी की चपेट में आने वाले मरीज के शरीर में स्वयं के खिलाफ एंटी बॉडी बनने लगती है, जिसके चलते अन्य बीमारियों से लड़ने में उपयोगी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता लगभग शून्य हो जाती है.
इसका कोई स्थायी उपचार न होने के कारण ऐसे मरीज का इलाज बहुत लंबा चलता है. इलाज के दौरान युवती दो बार कोमा में गई, उसे कई बार ऑक्सीजन लगाना पड़ा, 12 बार उसकी पॉजिटिव रिपोर्ट आई उसके बाद भी उसने कोरोना वायरस के संक्रमण को मात दे दी. युवती द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण पर विजय पाने की घटना को मेडिकल के चिकित्सक बड़ी उपलब्धि मान रहे हैं. आइसोलेशन वार्ड के प्रभारी डॉक्टर का कहना है कि डॉक्टरों की मेहनत है कि अभी युवती कोरोना से मुक्त हो चुकी हैं लेकिन फिलहाल उससे डिस्चार्ज नही किया गया हैं.
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