मध्य प्रदेश के धार जिले में तीन सौ करोड़ से ज्यादा की लागत से कारम नदी पर बन रहे बांध में रिसाव के कारण मंडरा रहा संकट अब टल गया है, क्योंकि पानी की लगातार निकासी हो रही है. इसके साथ ही खाली कराए गए गांव के लोग भी अब अपने घरों को लौट सकते है. दरअसल, धार जिले के भरुडपुरा और कोठीदा के बीच कारम नदी पर बांध बन रहा है. इस बांध के निर्माण पर 304 करोड़ की लागत आएगी. इस बांध के एक हिस्से से शुक्रवार को पानी का रिसाव शुरू हो गया था. उसे रोकने की कोशिश हुई, मगर बांध पर खतरा बना रहा. बिगड़ते हालात के चलते सरकार और प्रशासन के हाथ पांव फूल गए.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को देर रात तक अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए. पानी की निकासी के लिए एक चैनल बनाया गया और उससे पानी की निकासी की गई. मुख्यमंत्री चौहान ने रविवार की देर रात को बताया कि संकट टल गया है, पानी का डिस्चार्ज बहुत कम हो गया है और धीरे धीरे खत्म हो जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि ये बताते हुए प्रसन्नता है कि अब कोई संकट नहीं है. प्रभावित गांव के लोग प्रशासन के साथ गांव में जाने की योजना बना सकते हैं. कल आजादी का अमृत महोत्सव अपने गांव में अपने घर में मनाएं. आपदा प्रबंधन का सबसे उत्तम उदाहरण है कि कारम बांध के लीकेज की स्थिति से निपटने के लिए जो प्रयास किए गए, वह सफल हुए. खाली कराए गए 18 गांव के लोग प्रशासन के साथ अब अपने घरों में जा सकते हैं और आजादी का अमृत महोत्सव अपने गांव अपने घर में मनाए.
इससे पहले मुख्यमंत्री चौहान ने आधिकारियों की बैठक में कहा था कि धार जिले में निर्माणाधीन बांध से पानी बाहर करने के संबंध में बताया कि कल तक लगभग 10 क्यूसेक बहाव की स्थिति थी, जो आज साढ़े तीन गुना बढ़ कर 35 क्यूसेक तक लाने में सफलता मिली है. इसे बढ़ाने के उपायों पर भी विचार किया जा रहा है. संपूर्ण कार्यवाही जान-माल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुई की जा रही है.
ये भी पढ़ेंः भारत में होने वाले आतंकवाद रोधी सैन्य अभ्यास में हिस्सा लेगा पाक
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बायपास चैनल का निर्माण कर प्रारंभ की गई पानी की निकासी से जनता भी पूरी तरह सुरक्षित रहे और बांध भी सुरक्षित स्थिति में रहे, इसके लिए युद्ध स्तर पर प्रयास चल रहे हैं. स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. एक बार पानी की निकासी प्रारंभ होने के पश्चात मिट्टी की दीवार चौड़ी होने और पानी अधिक मात्रा में निकलने की स्थिति बनने की आशा थी, लेकिन साइड वाल के कारण अपेक्षित पानी बाहर नहीं गया था. अब यह प्रयास है कि जल्द से जल्द, अधिक से अधिक पानी बांध से निकाल कर पूरी तरह सुरक्षित माहौल बनाया जाए. जब तक यह कार्य पूरा नहीं होगा, हम चैन से नहीं बैठेंगे.
इससे पहले पानी का बहाव बढ़ने पर सरकार की चिंता बढ़ गई थी और मुख्यमंत्री ने अफसरों के साथ की जा रही बैठक के दौरान कहा था, हम अभी देख रहे हैं जो लाइव शो हमने देखे हैं कारम डैम से जो बायपास चौनल हमने बनाई थी, उसमें पानी बहुत तेजी से बढ़ रहा है. उसकी गति लगातार तेज होती जा रही है. निकलने वाली मात्रा तेजी से बढ़ रही है. आने वाले समय में लगातार हम यहां महसूस कर रहे हैं कि पानी निकलने की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ेगी. इसलिए धार और खरगोन जिले के प्रभावित गांव के लोग गांव में न आए अपने आप को सुरक्षित रखें. इस समय गांव में आना खतरे से खाली नहीं है.
Source : News Nation Bureau