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शिवराज के इस ऐलान पर उठे थे सवाल, ...तो फिर जम्मू-कश्मीर में ये सबके लिए क्यों...

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh) द्वारा सरकारी नौकरियों को लेकर की गई घोषणा का असर जम्मू-कश्मीर के सियासी गलियरों में देखने को मिल रहा है.

Updated on: 18 Aug 2020, 08:28 PM

नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh) द्वारा सरकारी नौकरियों को लेकर की गई घोषणा का असर जम्मू-कश्मीर के सियासी गलियरों में देखने को मिल रहा है. इस मुद्दे को लेकर जम्मू-कश्मीर के विपक्षी दल केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ आक्रामक हो गए हैं. इस मुद्दे को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने बीजेपी की सामने कई सवाल खड़े कर दिए हैं.

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सीएम शिवराज सिंह की नौकरियों को लेकर ट्विटर पर वीडियो जारी करते हुए लिखा है, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में नौकरियां सबके लिए, जबकि मध्य प्रदेश में सिर्फ और सिर्फ वहीं के लोगों के लिए मुझे कोई अचंभा नहीं है. उमर अब्दुल्ला के इस ट्वीट के बाद कई लोगों ने उनपर सवाल भी खड़े किए हैं और लिखा है कि जम्मू-कश्मीर में डोमिसाइल के आधार पर ही लोग नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं और जो वो लिख रहे हैं उसे सिद्ध करे.

वही, कांग्रेस ने सीएम शिवराज के इस ऐलान के बाद बीजेपी के खिलाफ एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है. कांग्रेस के प्रवक्ता ने बीजेपी से सवाल पूछा है कि क्या बीजेपी आर्टिकल 370 और 35A की तरह ही कोई कानून लाने वाली है, ताकि मध्य प्रदेश के युवाओं को 100 प्रतिशत नौकरी मिल सके.

कांग्रेस ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि जब कोई जम्मू-कश्मीर के युवाओं के लिए 100 प्रतिशत नौकरी रिज़र्व करने की बात करता है तो उसे भेदभाव पूर्ण और देशद्रोही करार दे दिया जाता है, लेकिन बीजेपी ऐसे करे तो उसे सही करार देकर देशभक्त बताया जाता है. कांग्रेस ने मध्यप्रदेश बीजेपी से पहले जम्मू-कश्मीर के युवाओं की नौकरियों को सुरक्षित करने के लिए कहा है.