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भोपाल में टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने दुकानों के बाहर लिखी गई शायरियां

दुकानों में लिखी गई शायरियों को नए अंदाज में लिखा गया है. जैसे- 'आज नकद, कल उधार, पहले टीका फिर व्यापार'. दुकानदारों ने इस अभियान का समर्थन करते हुए अपनी दुकानों पर स्टीकर पोस्टर और बैनर लगाए.

Updated on: 11 Jun 2021, 08:52 PM

भोपाल:

 किसी बाजार या दुकान पर पहुंचे तो आपको कारोबार और उत्पाद के नारे और संदेश नजर आएंगे, मगर कोरोना के संकट में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के कारोबारियों का भी अंदाज बदल गया है और वे लोगों को टीकाकरण व कोरोना से बचाव का संदेश देने में पीछे नहीं है. यही कारण है अब दुकानों के बाहर 'आज नगद, कल उधार' के साथ पहले टीका फिर व्यापार लिखा नजर आता है. भोपाल को कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाने के लिए जिला प्रशासन और सामाजिक एवं वैज्ञानिक संस्था सर्च एंड रिसर्च डवपलमेंट सोसायटी वैक्सीनेशन दिशा में क और अनूठी पहल की है. जिसके तहत दुकानों के अंदर और बाहर कोविड अनुरूप व्यवहार और टीकाकरण पर केंद्रित शायरियां लिखे स्टीकर, पोस्टर और बैनर लगाए. इनमें बड़े रोचक और आकर्षक तरीके से दुकानदार और ग्राहकों से टीका लगवाने की अपील की गई.

दुकानों में लिखी गई शायरियों को नए अंदाज में लिखा गया है. जैसे- 'आज नकद, कल उधार, पहले टीका फिर व्यापार'. दुकानदारों ने इस अभियान का समर्थन करते हुए अपनी दुकानों पर स्टीकर पोस्टर और बैनर लगाए. सर्च एंड रिसर्च डवलपमेंट सोसायटी की अध्यक्ष डॉ. मोनिका जैन ने कहा, "भोपाल कोरोना की दूसरी भयावहता देख चुका है, बल्कि पूरे देश ने दूसरी लहर का दंश भोगा है. हजारों लोगों की जान गई और कई परिवारों पर वज्रपात हुआ है. दूसरी लहर के इस बेहद खराब और दु:ख देने वाले अनुभव के बाद यह जरूरी है कि संभावित तीसरी लहर हम अपने शहर, प्रदेश और पूरे देश को बचाने की कोशिश अभी से करें. इसका सबसे कारगार तरीका व्यापक जन-जागरूकता और आम जन का कोविड अनुरूप व्यवहार है."

उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों ट्रकों पर कोरोना शायरी लिखने का अभिनव प्रयोग किया था. यह ट्रक, ट्रेक्टर, ट्राली, बस, टैम्पो आदि वाहनों पर लिखी गईं यह शायरियां चचाओं में रही . इस प्रयोग को पूरे देश में सराहना मिली. इससे कोविड टीकाकरण जागरूकता अभियान को एक नया आयाम भी मिला.

राजधानी के बाजारो की दुकानों के बाहर अब तरह-तरह की शायरियां लिखी जा रही है. उदाहरण के तौर पर आज नगद, कल उधार पहले टीका, फिर व्यापार, आप कैमरे की निगरानी में हैं, टीका नहीं लगाने वाले परेशानी में हैं. ग्राहक हमारे लिए भगवान हैं. टीका लगवाइए, कीमती आपकी जान है. ग्राहक तो भगवान है टीका ही समाधान है.
टीकाकरण को प्रोत्साहित करने के लिए लगातार नवाचार किए जा रहे है. इसी क्रम में बाजारों और दुकानों के बाहर आकर्षक नारे और शायरियां लिखी जा रही है.