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ग्वालियर में रेत माफिया का सरकारी अमले पर हमला, तहसीलदार घायल

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार भितरवार थाना क्षेत्र में रविवार की रात को यहां के तहसीलदार कुलदीप दुबे और नायब तहसीलदार कमल सिंह कोली अपने अन्य सहयोगियों के साथ शहर की सीमाओं का जायजा लेने निकले थे तभी सांखली पुल के करीब उन्हें कई गाड़ियां खड़ी मिलीं

Updated on: 06 Apr 2020, 02:41 PM

Gwalior:

कोविड-19 के कारण देशव्यापी लॉकडाउन का मध्यप्रदेश में उल्लंघन हो रहा है. ग्वालियर में लॉकडाउन के दौरान रेत खनन चल रहा है और जब इसे रोकने अधिकारी मौके पर गए तो माफियाओं ने सरकारी अमले पर ही हमला कर दिया गया. इस हमले में इलाके के तहसीलदार घायल हुए हैं.

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार भितरवार थाना क्षेत्र में रविवार की रात को यहां के तहसीलदार कुलदीप दुबे और नायब तहसीलदार कमल सिंह कोली अपने अन्य सहयोगियों के साथ शहर की सीमाओं का जायजा लेने निकले थे तभी सांखली पुल के करीब उन्हें कई गाड़ियां खड़ी मिलीं. यहां लोगों का जमावड़ा भी लगा था. तभी सरकारी अमले पर इन लोगों ने हमला बोल दिया. लोगों ने पथराव किया, इसमें तहसीलदार दुबे घायल हुए हैं.

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भितरवार के अनुविभागीय अधिकारी, राजस्व (एसडीएम) के.के. गौर ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि हमलावर रेत माफिया हैं और वे चंबल नहर क्षेत्र में खनन के काम में लगे थे. पांच नामजद लोगों के अलावा 50 और लोगों पर भितरवार थाने में प्रकरण दर्ज कराया गया है.

ज्ञात हो कि घातक महामारी के कारण लॉकडाउन है और लोगों के जमा होने पर रोक है. इंदौर में कोरोना पीड़ितों का सर्वेक्षण करने निकले अमले पर भी कुछ लोगों ने हमला बोला था. यह राज्य में लॉक डाउन के दौरान सरकारी अमले पर हुए हमले की दूसरी घटना है.