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भोपाल शहर के नगर निगम को दो भागों में बाटने के विरोध में साध्वी प्रज्ञा, कलेक्टर को लिखा खत

भोपाल कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने भोपाल नगर निगम को दो भागों में बांटने से पहले वहां के लोगों से राय मांगी है.

Updated on: 18 Oct 2019, 01:27 PM

highlights

  • भोपाल को के नगर निगम को दो भागों में बांटने पर साध्वी प्रज्ञा ने दिया बड़ा बयान.
  • कहा-ऐसा करने से विकास के दो अलग मापदंड हो जाएंगे. 
  • विरोध में कलेक्टर को लिखा पत्र.

भोपाल:

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) के नगर निगम को दो भागों में बांटे जाने की तैयारियों पर भोपाल से सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Sadhvi Prgya Singh Thakur) बड़ा बयान दिया है. साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि भोपाल को दो भागों में बांटे जाने का फैसला बिल्कुल ही गलत है. प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि विभाजन से किसी समुदाय को लाभ दिया जाना पूरे भोपाल की जनता और प्रजातंत्र के खिलाफ है.

बता दें कि भोपाल कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने भोपाल नगर निगम को दो भागों में बांटने से पहले वहां के लोगों से राय मांगी है. इसी के तहत सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने कलेक्टर तरुण पिथोड़े को पत्र लिख विभाजन पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है.

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कलेक्टर को भेजे पत्र में सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने लिखा है कि भोपाल प्रदेश की राजधानी है. भोपाल को दो छोटे निगमों में बनाए जाने से किसी समुदाय को लाभ दिया जाना भोपाल की जनता तथा प्रजातंत्र के खिलाफ है.
इसी के साथ साध्वी प्रज्ञा ने कहा है कि भोपाल शहर सांप्रदायिक सौहार्द के प्रतीक के रूप में देखा जाता है. निगम के विभाजन से सांप्रदायिक सौहार्द भी बिगड़ेगा. वैमनस्यता फैलेगी.' वहीं 'केंद्र सरकार द्वारा भोपाल के विकास के लिए अलग-अलग योजनाओं में दी जाने वाली धनराशि का समुचित इस्तेमाल नहीं हो सकेगा.

साध्वी प्रज्ञा ने भोपाल नगर निगम को दो भागों में विभाजित करने से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट, अमृत योजना, भोपाल मेट्रो, सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा और सीवेज समेत कई योजनाएं अधर में लटक जाएंगी जिससे सामान्य जनमानस को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.

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सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अपने पत्र में दलील दी है कि शहर को दो भागों में बाटें जाने से विकास के अलग-अलग मापदंड हो जाएंगे. साथ ही संप्रदाय, झील, पार्क, शहर की धरोहर, धार्मिक एवं सांस्कृतिक स्थल सब के विकास पर असर पड़ेगा. जबकि इंदौर नगर निगम भोपाल से कहीं ज्यादा बड़ा है लेकिन उसे भी दो भागों में विभाजित नहीं किया जा रहा है. कुछ निहित स्वार्थ के कारण भोपाल नगर निगम को दो भागों में विभाजित करने की कार्रवाई अनुचित है.

पत्र के अंत में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने लिखा है कि भोपाल नगर निगम का विभाजन संविधान के विरुद्ध है. मैं भोपाल की सांसद एवं जनप्रतिनिधि होने के नाते भोपाल नगर निगम को दो भागों में बांटे जाने का पुरजोर विरोध करती हूं एवं अपनी आपत्ति दर्ज कराती हूं.'

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दरअसल भोपाल में दो नगर निगम बनाने का ड्राफ्ट कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने जारी कर दिया है. बीजेपी ने शुरू से ही कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाती रही है कि वोट बैंक के लिए भोपाल को बांटा जा रहा है.