केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन का सिर कलम करने की मांग करने वाले आरएसएस प्रचार प्रमुख डॉ. कुंदन चंद्रावत संघ का समर्थन ना मिलने पर नरम पड़ गए है। उन्होंने प्रेसनोट जारी कर कहा- संघ के सेवकों की हत्याओं से अत्यंत दुखी होकर इस तरह के भाव व्यक्त किए थे। मैं वक्तव्य को वापस लेता हूं और उस पर खेद प्रकट करता हूं।
बता दें कि चंद्रावत ने कहा था, 'मेरे पास इतनी संपत्ति है कि मैं उसे बेचकर इनाम दे सकता हूं मेरा मकान ही एक करोड़ रुपये का है और जो यह काम करेगा, उसे मकान बेचकर इनाम दूंगा। मैं इनाम की घोषणा इसलिए कर रहा हूं, क्योंकि ऐसे गद्दारों को देश में रहने का अधिकार नहीं है।'
सुनिए, क्या कहा था चंद्रावत ने (वीडियो)
चंद्रावत ने गुरुवार को कहा कि उन्हें अपने बयान पर कोई पछतावा नहीं है। उन्होंने कहा, 'केरल की वामपंथी सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। संघ की शाखा लगाने वालों की हत्या की जा रही है। उनका इनाम का ऐलान पीड़ितों के प्रति संवेदना है।'
वहीं केरल मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सचिव कोदियेरी बालकृष्णन ने संघ को माकपा से दूर रहने की चेतावनी दी है। इससे पहले कुंदन चंद्रावत ने विजयन का सिर काटकर लाने वाले को एक करोड़ रुपये का इनाम देने का ऐलान किया था।
चंद्रावत के बयान की सभी ने तीखी निंदा की है। मध्य प्रदेश माकपा के राज्य सचिव बादल सरोज ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा, 'संघ के पदाधिकारी का बयान अत्यंत आपत्तिजनक, आपराधिक धमकी देने वाला है। उम्मीद है कि प्रदेश की पुलिस इस मामले में उचित कार्रवाई करेगी।'
RSS ने खुद को किया अलग
इस बीच आरएसएस विचारक राकेश सिन्हा ने बचाव करते हुए कहा है कि संघ किसी भी हिंसक भाषा की निंदा करता है और केरल में कम्युनिस्ट हिंसा का जवाब लोकतान्त्रिक और अहिंसक तरीके से देता रहेगा।
दूसरी ओर, केरल माकपा के सचिव कोदियेरी बालकृष्णन ने कहा कि आरएसएस विजयन का बाल बांका भी नहीं कर पाएगा और उन्हें संघ को माकपा से न उलझने की चेतावनी दी।उन्होंने कहा, 'अगर वे कुछ करते हैं, तो हम उन्हें सबक सिखाने को मजबूर हो जाएंगे।'
मप्र कांग्रेस की प्रदेश इकाई के मुख्य प्रवक्ता के.के.मिश्रा ने एक बयान जारी कर चंद्रावत के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किए जाने की मांग की है।
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नंदकुमार से संवाददाताओं ने जब डॉ. चंद्रावत के बयान पर सवाल किया तो उन्होंने कहा, 'मैंने न तो ऐसा बयान कहीं देखा है और न ही पढ़ा है, मगर केरल में जो हो रहा है, उससे लोग भावुक हैं। कुछ लोग अपने विचार व्यक्त कर सकते हैं, मगर ऐसा कहने वाला संघ कार्यकर्ता नहीं हो सकता, क्योंकि संघ की यह भाषा नहीं है।'
HIGHLIGHTS
- चंद्रावत ने वापस लिया केरल सीएम का सिर कलम करने की मांग वाला बयान
- चंद्रावत के बयान पर हंगामे के बाद आरएसएस ने कहा कि वह हिंसा के साथ नहीं है
- मध्य प्रदेश के उज्जैन में चंद्रावत ने दिया था सिर कलम करने पर ईनाम देने वाला बयान
Source : News Nation Bureau