मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां समाज कल्याण विभाग के सेवानिवृत्त डिप्टी डायरेक्टर महेश कुमार तिवारी को कथित तौर पर उनकी बेटी ने अपने घर बंधक बनाकर रखा हुआ था. बेटी ने यह कदम सिर्फ इसलिए उठाया कि उसका भाई पिता से न मिल सके. हालांकि बेटे की शिकायत के बाद जिला विधिक प्राधिकरण की टीम ने बुजुर्ग महेश कुमार तिवारी को रेस्क्यू कर लिया है. तबीयत खराब होने के बाद अब उनको हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया है.
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दरअसल, सेवानिवृत्त डिप्टी डायरेक्टर महेश कुमार तिवारी राजधानी के गुलमोहर इलाके में अपनी बेटी पूर्णिमा उर्फ मेहा तिवारी के साथ रहते थे. महेश तिवारी के बेटे राजेश तिवारी ने जिला विधिक प्राधिकरण से अपने बुजुर्ग पिता से मिलने की गुहार लगाई. राजेश ने आरोप लगाया कि उसकी बहन ने पिता को घर में बंधक बनाकर रखा है. वह उसे पिता से मिले नहीं देती है.
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प्राधिकरण के सचिव आशुतोष मिश्रा ने बताया कि राजेश तिवारी ने आवेदन में जिक्र किया कि उसके पिता बीमार हैं और उनकी जान को खतरा है. उनकी बहन पूर्णिमा पिता से उन्हें मिलने नहीं देती. आशुतोष मिश्रा ने बताया कि इस तरह की शिकायत मिलने के बाद हमने एक कमेटी बनाई. जिसके बाद टीम पूर्णिमा के घर पहुंची तो पिता महेश तिवारी का स्वास्थ्य ठीक नहीं था. इसके बाद टीम ने आनन फानन में बुजुर्ग का रेस्क्यू कर उन्हें हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया. मिश्रा ने बताया कि उनकी मेडिकल रिपोर्ट देखने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा कि उन्हें कहां रखना है.
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