New Update
/newsnation/media/post_attachments/images/2019/09/29/bhopal-dam-37.jpg)
बारिश ने छिंदवाड़ा में तोड़ा 36 साल का रिकॉर्ड, बरगी बांध के गेट खुले
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
बारिश ने छिंदवाड़ा में तोड़ा 36 साल का रिकॉर्ड, बरगी बांध के गेट खुले
सितंबर का महीना खत्म होने को है, लेकिन मध्य प्रदेश में मॉनसून की मार कम होने का नाम नहीं ले रही है. राज्य के के कई हिस्सों बारिश का दौर जारी है. बीते 24 घंटों के दौरान राज्य के कई हिस्सों में बारिश हुई है. राजधानी भोपाल सहित राज्य के कई अन्य हिस्सों में रविवार को बादल छाए हुए हैं और हवाएं चल रही हैं. आने वाले 24 घंटों में भी राज्य में अलग-अलग जगह बारिश होने की संभावना है. लगातार बारिश की वजह से जबलपुर का बरगी बांध एक बार फिर पानी से लबालब भर गया है. बांध में क्षमता से ज्यादा पानी भरा हुआ है.
यह भी पढ़ेंः मनचलों को लड़की ने सिखाया सबक, खंभे से बांधकर चप्पलों से पीटा
बरगी बांध की कुल जलभराव क्षमता 422.76 मीटर है, जबकि पानी का लेवल 422.95 मीटर पहुंच गया है. इसके कारण बरगी बांध के 11 गेटों को खोल दिया गया है. पानी छोड़ने के लिए गेट 1 मीटर की ऊंचाई तक खोले गए हैं. बरगी बांध से 60600 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है.
बारिश ने छिंदवाड़ा जिले में 36 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. जिले में 24 घंटों के अंदर 5 इंच बारिश हुई है. जिले में सबसे अधिक बारिश तामिया 1909.3 मिमी और सबसे कम चांद 943.4 मिमी बारिश दर्ज की गई. मौसम विभाग के मुताबिक, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिसका असर राज्य में नजर आ रहा है. जिसके चलते आगामी 24 घंटों में बारिश होने की संभावना है.
यह भी पढ़ेंः हनी ट्रैप मामला: जांच में आया प्रमुख सचिव का नाम, CM से शिकायत
राज्य के मौसम में बदलाव का दौर जारी है। रविवार को भोपाल का न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस, इंदौर का 21 डिग्री, ग्वालियर का 22.4 डिग्री और जबलपुर का न्यूनतम तापमान 22.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, शनिवार को भोपाल का अधिकतम तापमान 28.3 डिग्री सेल्सियस, इंदौर का 27 डिग्री सेल्सियस, ग्वालियर का 30.1 डिग्री सेल्सियस और जबलपुर का अधिकतम तापमान 29.6 डिग्री सेल्सियस रहा.
Source : डालचंद