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चीते पर MP में राजनीति, कांग्रेसी दे रहे पूर्व PM मनमोहन सिंह को श्रेय

कूनो पालपुर के जंगल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चीते को छोड़ने के साथ ही राजनीति भी शुरु हो गई है. भाजपा के नेता 70 साल बाद देश में वापस चीता लाने के लिये प्रधानमंत्री मोदी को श्रेय दे रहे हैं, वहीं कांग्रेस के नेता पूर्व...

Updated on: 17 Sep 2022, 02:03 PM

highlights

  • चीतों की वापसी पर राजनीति
  • कांग्रेसियों ने दिया मनमोहन सिंह सरकार को श्रेय
  • बीजेपी ने कांग्रेस नेताओं के दावों को किया खारिज

भोपाल:

कूनो पालपुर के जंगल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चीते को छोड़ने के साथ ही राजनीति भी शुरु हो गई है. भाजपा के नेता 70 साल बाद देश में वापस चीता लाने के लिये प्रधानमंत्री मोदी को श्रेय दे रहे हैं, वहीं कांग्रेस के नेता पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह केा भी चीतों की वापसी के प्रोजेक्ट से जोड़ रहे हैं. कांग्रेस नेताओं के द्वारा सोशल मीडिया पर लिखा जा रहा है कि 2009 में अफ्रीकन चीता भारत में लाने का प्रस्ताव तैयार किया गया. साल 2010 में मनमोहन सरकार ने ये प्रस्ताव स्वीकृत किया था. यही नहीं, 25 अप्रैल 2010 को तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री जयराम रमेश चीता प्रोजेक्ट के लिए अफ्रीका गए थे. 2011 में चीता प्रोजेक्ट को लेकर 50 करोड़ की राशि आवंटित की गयी था. हालांकि साल 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने चीता प्रोजेक्ट पर रोक लगा दी. और जब 2019 में इस प्रोजेक्ट पर से रोक हटी, तब से अब जाकर चीते भारत आ पाए हैं.

कांग्रेस के दिग्गजों ने कही ये बात

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पीएम मोदी के साथ ही मनमोहन सिंह, जयराम रमेश और रिटायर्ड आईएएस रंजीत सिंह को भी चीता प्रोजेक्ट का श्रेय दे रहे हैं. वहीं प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ इसे चीता इवेंट बता रहे हैं. नाथ का कहना है कि गुजरात से गिर के शेरों को यहां लाया जाना था, लेकिन उस पर कोई बात ही नहीं कर रहा है. 

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कांग्रेस सिर्फ विरोध कर सकती है

चीतों को लेकर हो रही राजनीति पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि कांग्रेस कभी चीतों को लाने का विरोध करती है, तो कभी चीतों को लाने का श्रेय लेने का प्रयास करती है. नरोत्तम मिश्रा के अनुसार कांग्रेस ऐसी हर बात का विरोध करती है, जिसमें देश के लोग प्रसन्न होते हैं. मिश्रा के अनुसार देश में वापस चीता लाने के पीछे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की संकल्प शक्ति है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस केवल विरोध कर सकती है, इसके अलावा कुछ नहीं.

पीएम मोदी ने दी एमपी को सबसे बड़ी सौगात

चीतों की वापसी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐतिहासिक क्षण बताया है. चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन पर एमपी को सबसे बड़ी सौगात दी है.