प्रतीकात्मक फोटो
ग्वालियर के टेकनपुर स्थित बीएसएफ के सीनियर सेकेंडरी स्कूल को प्रबंधन द्वारा बंद किए जाने के फैसले के खिलाफ वहां पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. प्रबंधन के फैसले को गलत बताते हुए छात्रों के भविष्य का हवाला दिया गया है. हाई कोर्ट ने बीएसएफ की ओर से पेश हुए असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया विवेक खेड़कर से पूछा है कि आखिर ऐसा क्या कारण है जिसके कारण स्कूल को बंद किया जा रहा है.
दरअसल बीएसएफ की टेकनपुर अकादमी में वहां के अधिकारियों जवानों के अंशदान से एक सोसायटी द्वारा संचालित सीनियर सेकेंडरी स्कूल की स्थापना 1972 में की गई थी. यहां अधिकांशत बीएसएफ जवानों के बच्चे पढ़ते हैं. इसके अलावा आसपास के रहने वाले कुछ बच्चे भी यहां पढ़ाई करते हैं. कक्षा 1 से लेकर इंटर तक इस स्कूल को काफी प्रतिष्ठित माना जाता है और यहां एडमिशन को लेकर कड़ी मशक्कत करना पड़ती है.
बीएसएफ के कर्मचारियों ने एक सोसायटी बनाकर स्कूलों की शुरुआत की थी. पूरे देश में बीएसएफ के इस तरह के 6 स्कूल है लेकिन ग्वालियर के टेकनपुर स्थित स्कूल को ही बंद करने का फैसला प्रबंधन ने लिया है. हाई कोर्ट ने प्रबंधन से स्कूल को बंद करने के कारणों के बारे में पूछा है और उन्हें नोटिस जारी किया है। हाई कोर्ट इस मामले की समीक्षा करेगा और स्कूल प्रबंधन के जवाब का कोर्ट को इंतजार है. दो अभिभावकों ने हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की है और प्रबंधन के फैसले को जन विरोधी बताया है.
Source : News Nation Bureau
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