माता-पिता अपने बच्चों का भविष्य बनाने के लिए हर कुछ दांव पर लगा देते हैं. वहीं मध्य प्रदेश की एक घटना इसके बिल्कुल विपरीत है. बच्चे पढ़ना चाहता है लेकिन उसके माता-पिता जबरदश्ती काम करवा रहे हैं. चोरी करते हुए बच्चे को पुलिस ने पकड़ लिया तो बच्चे का दर्द का छलक पड़ा. उसने कहा कि मैं पढ़ना चाहता हूं, लेकिन मां चोरी कराती है. इतना ही नहीं बच्चे ने ये भी कहा कि मुझे वापस मत भेजो. राजगढ़ जिले का नाम बाल विवाह, नातरा और झगड़ा प्रथाओं में ही नहीं बल्कि अपराध की दुनिया में एक ऐसे कारनामे में भी चर्चित है, जिसमें बच्चों का भविष्य बनाने वाले माता-पिता ही उन्हें पढ़ने और खेलने की उम्र में अपराध की एक ऐसी दुनिया का खिलाड़ी बना देते हैं. वे कानून के शिकंजे से तो बच जाते हैं, लेकिन अपना भविष्य बिगाड़ बैठते हैं.
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राज्य में चर्चित बैंड बाजा बारात गैंग अमूमन शाही विवाह एवं ऐसी पार्टियों में चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं, जिसमें नकदी और आभूषणों पर हाथ साफ करने में बच्चों का इस्तेमाल किया जाता है. पचोर और बोड़ा थाना क्षेत्र के दो गांवों में वारदात को अंजाम दिया था. इसी महीने विदिशा में एक बड़ा खुलासा हुआ था. जिसमें गुलखेड़ी गांव का बच्चा ट्रेस हुआ था. इसके बाद इटारसी और अब नया मामला आगरा का सामने आया है. जहां संदिग्ध अवस्था में एक 11 साल के बच्चा को पुलिस ने बरामद करते हुए राजगढ़ भेजा.
मासूम बच्चे ने बताया कि वह सात साल की उम्र से चोरी करने में लग गया. जब भी वह ऐसा करने से मना करता था तो उसकी जमकर पिटाई की जाती थी. वह पढऩा चाहता है, लेकिन अपने गांव नहीं लौटना चाहता है. उसने बताया कि खुद उसकी मां चोरी करने के लिए कहती है.
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सार्वजनिक कार्यक्रमों व शादी समारोह में से नकदी या जेवरात का बैग साफ करना है. इसके लिए इन बच्चों को पहले ट्रेनिंग दी जाती थी. कई बार पुलिस जांच करने पर पता लगा कि जिसे बच्चा अपने माता-पिता बता रहा है. वह उनके माता-पिता नहीं होते बल्कि उन्हें कहीं दूसरी जगह से खरीदकर लाया जाता है और चोरी के काम में लगा देते हैं.
Source : News Nation Bureau