कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार गिराने के बाद अब मध्य प्रदेश में 'ऑपरेशन कमल (Operation Lotus)' चलाने की खबरें आ रही हैं. इस कारण मध्य प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया है. 'ऑपरेशन कमल' से कमलनाथ सरकार (Kamalnath Govt) पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. हालांकि कांग्रेस और कमलनाथ सरकार के सूत्रों का कहना है कि सरकार पर कोई संकट नहीं है. दरअसल, कांग्रेस पार्टी के चार और बाहर से समर्थन दे रहे निर्दलीय और सपा-बसपा के विधायकों सहित आठ विधायकों को गुरुग्राम के एक होटल में देखा गया है. एक दिन पहले दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया था. दिग्विजय सिंह ने कहा था- ''भाजपा राज्य सरकार को अस्थिर करने के लिए उनकी पार्टी के विधायकों को रिश्वत देने की कोशिश कर रही है. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के एक अन्य वरिष्ठ नेता नरोत्तम मिश्रा 25-35 करोड़ रुपये देकर कांग्रेस के विधायकों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं.''
Source : News Nation Bureau