इंदौर की नई कहानी, कभी था नाला आज हो रहा क्रिकेट और फुटबॉल
जहां कभी नाला हुआ करता था और जो जगह गंदगी से भरी रहती थी, उन स्थानों को अब मैदान में बदल दिया गया है और वहां क्रिकेट व फुटबॉल के मैच खेले जाने लगे हैं.
इंदौर:
वैसे तो इंदौर की देश में साफ-सुथरे शहर की पहचान है, यही कारण है कि इस शहर को चार बार देश के सबसे स्वच्छ शहर का खिताब मिल चुका है. अब यह शहर नई कहानियां लिख रहा है. जहां कभी नाला हुआ करता था और जो जगह गंदगी से भरी रहती थी, उन स्थानों को अब मैदान में बदल दिया गया है और वहां क्रिकेट व फुटबॉल के मैच खेले जाने लगे हैं. स्वच्छता के मामले में इंदौर नित नए कीर्तिमान बनाने की कोशिश में है. यहां कचरे के संग्रहण से लेकर उसके निष्पादन तक की प्रक्रिया को नया आयाम दिया गया है. आमजन में स्वच्छता के प्रति जागृति लाई गई है, उसी का नतीजा रहा कि इंदौर ने अपनी नई पहचान बनाई है. उसी क्रम में जल निकासी का नया मॉडल बनाकर नालों को मैदान में बदला जा रहा है.
यहां के नालों का स्वरुप बदला जा रहा है. यहां के सिरपुर धार रोड से होकर आम वाली पुलिया तक होते हुए चंदन नगर में मिलने वाले नाले में लगभग 655 रहवासियों तथा 156 बड़े आउटफाल से सीवरेज व ड्रेनेज लाईन से गंदा व सीवरेज का पानी जाता था. निगम द्वारा नदी-नाला आउटफाल टेपिंग कार्य के अंतर्गत रहवासियों व बड़े आउटफाल को चिन्हांकित किया गया तथा सीवरेज लाईन डालकर इन्हें ट्रेप करने के उपरांत शहर की प्रायमरी सीवरेज लाइन में गिरने वाले सीवरेज को रोककर प्रायमरी सीवरेज लाईन में जोड़ा गया, जिससे नाले में गिरने वाला सीवरेज अब सीधे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में जाएगा.
निगम द्वारा नाला ट्रेपिंग के साथ-साथ नाले के दोनों ओर शहर की सुंदरता व पर्यावरण की दृष्टि से वृक्षारोपण का कार्य वृहत स्तर पर किया जा रहा है. निगम द्वारा कान्ह-सरस्वती नदी व नाला शुद्धिकरण के किये गये इन प्रयासों से चंदन नगर स्थित नाला पूरी तरह से सूख गया, इसी तरह शिव नगर से कैलाश चौधरी पार्क नगर, विराट नगर, उद्योग नगर, खातीपुरा, आजाद नगर से होकर कान्ह नदी में मिलता है. वह नाला भी सूख चुका है. एक जगह जहां फुटबॉल मैच खेला गया तो वहीं क्रिकेट मैच खेला गया. नगर निगम की आयुक्त प्रतिभा पाल ने बताया कि इंदौर ऐसा पहला शहर है जहां पर कभी नाले में गंदा और सीवरेज का पानी बहा करता था, उस स्थान को नदी-नाला स्वच्छता अभियान के अंतर्गत किये गये नाला ट्रेपिंग के परिणाम स्वरूप पूरा नाला सूख गया और जहां कभी इन नालों के पास बदबू और गंदगी के कारण खड़ा रहना संभव नही था, वहां पर विगत दिनों नाला क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया.
अधीक्षण यंत्री महेश शर्मा व संस्था बेसिक्स के गोपाल जगताप ने बताया कि हमारा नाला हमारा अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत नाले सूख रहे हैं और रहवासियों द्वारा फुटबाल व बच्चों द्वारा क्रिकेट खेला जा रहा है. चंदननगर में रहवासियों द्वारा स्वच्छता के साथ ही नाले में किसी भी प्रकार का कचरा व गंदगी नहीं डालने के संबंध में शपथ भी ली गई.
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