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तानसेन अलंकरण और कालिदास सम्मान की राशि अब 5 लाख रुपए

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भारत प्राचीनकाल से कला और संगीत का पोषक रहा है. ग्वालियर संगीत घराने ने इस परंपरा को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.

Updated on: 27 Dec 2021, 01:53 PM

highlights

  • ग्वालियर में तानसेन समारोह के उद्घाटन पर घोषणा
  • मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को मिलेगा विस्तार

ग्वालियर:

मध्य प्रदेश के दो प्रमुख सम्मान राष्ट्रीय तानसेन अलंकरण और कालिदास सम्मान की राशि में बढ़ोतरी की गई है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार की रात को ग्वालियर में तानसेन समारोह के उद्घाटन के मौके पर दोनों पुरस्कारों की राशि पांच-पांच लाख बढ़ाने की घोषणा की. तानसेन समारोह का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में वर्तमान काल को केवल विकास के लिये ही नहीं कला एवं संगीत के स्वर्णिमकाल के रूप में भी स्थापित करेंगे. इसके लिये प्रदेश सरकार के पास धन की कोई कमी नहीं है. अब राष्ट्रीय तानसेन अलंकरण और कालिदास सम्मान की राशि बढ़ाकर पांच-पांच लाख रुपये की जाएगी.

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भारत प्राचीनकाल से कला और संगीत का पोषक रहा है. ग्वालियर संगीत घराने ने इस परंपरा को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. यह परंपरा आगे भी जारी रहेगी. उन्होंने संगीत सम्राट तानसेन की संगीत मर्मज्ञता का उल्लेख किया. साथ ही कहा कि तानसेन अलंकरण एवं कालिदास अलंकरण की सम्मान राशि अब पांच लाख रूपए होगी. मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महान संगीत मनीषी तानसेन की याद में आयोजित होने वाले तानसेन समारोह का शताब्दीवाँ समारोह वर्ष 2024 में धूमधाम और भव्यता के साथ मनाया जायेगा.

मुख्यमंत्री चौहान, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं प्रदेश की संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर सहित अन्य अतिथियों ने दोनों मूर्धन्य संगीत साधकों को राष्ट्रीय कालिदास सम्मान के रूप में दो लाख रूपए की आयकर मुक्त सम्मान राशि, प्रशस्ति पट्टिका एवं शॉल-श्रीफल भेंट किए.