सिर्फ नौ साल की उम्र में मुस्कान चला रही है पुस्तकालय

कहते हैं जब लगन और जज्बा पक्का हो तो कोई भी मुसीबत आड़े नहीं आ सकती है। ऐसे ही लगन और जज्बे की मिशाल पेश की है

कहते हैं जब लगन और जज्बा पक्का हो तो कोई भी मुसीबत आड़े नहीं आ सकती है। ऐसे ही लगन और जज्बे की मिशाल पेश की है

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Soumya Tiwari
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सिर्फ नौ साल की उम्र में मुस्कान चला रही है पुस्तकालय

कहते हैं जब लगन और जज्बा पक्का हो तो कोई भी मुसीबत आड़े नहीं आ सकती है। ऐसे ही लगन और जज्बे की मिशाल पेश की है मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में रहने वाली मुस्कान नेे। नौ साल की मुस्कान झुग्गी के बच्चों के लिए एक लाइब्रेरी चलाती है और गरीब बच्चों के लिए मुफ्त में पुस्तकें उपलब्ध करा रही हैं।

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कैसे की लाइब्रेरी की शुरूआत
नौ साल की यह बच्ची दुर्गा नगर झुग्गी क्षेत्र में रहने वाली मुस्कान ने ये लाइब्रेरी इसी साल राज्य शिक्षा केंद्र की मदद से शुरू की है। इस लाइब्रेरी की शुरुआत के बारे में बताते हुये मुस्कान कहती हैं, "मुझे पढ़ना बहुत अच्छा लगता था। लेकिन यहां के बच्चें इधर-उधर घूमते रहते थे। राज्य शिक्षा केंद्र के कुछ अधिकारी आएं और उनकी मदद से इस लाइब्रेरी की शुरुआत 26 जनवरी से हो गई।"

विदेशों से भी मिल रही है सहायता
मुस्कान स्कूल से आने के बाद अपनी लाइब्रेरी लगाती हैं। मुस्कान के पास इस वक़्त तकरीबन 400 किताबें है। ये मुस्कान की मेहनत का ही नतीजा है कि उनकी किताबें लगातार बढ़ रही है। उसे अब विदेशों से भी पुस्तकें मिल रही हैं। इस लाइब्रेरी की वजह से झुग्गी में रहने वाले दूसरे बच्चें भी अब पढ़ने के लिये प्रेरित हो रहे हैं। साथ ही अब बच्चों को पढ़ाने के लिए बाहर से टीचर भी आने लगे हैं।

नीति आयोग ने किया सम्मानित
मुस्कान के पिता मनोहर अहिरवार मज़दूरी करके अपने परिवार को चलाते है। मुस्कान की चर्चा अब हर जगह हो रही है और उसके झुग्गी क्षेत्र में उसे हर कोई पहचानने लगा है। हाल ही में दिल्ली से लौटी मुस्कान को नीति आयोग ने सम्मानित किया है। नीति आयोग की ओर से मुस्कान को दिल्ली में 'थॉट लीडर' अवॉर्ड दिया गया है।

Source : News Nation Bureau

libarian NITI Aayog muskan ahirwar
      
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