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MP Vaccination: भोपाल में चलेगा 'वैक्सीन परिवार' सेल्फी अभियान

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के प्रति समाज में जागृति लाने के लिए 'मेरा परिवार कोरोना मुक्त' अभियान की तर्ज पर वैक्सीनेटेड परिवारों का सोशल मीडिया पर सेल्फी अभियान चलाया जाएगा.

Updated on: 01 Jun 2021, 01:38 PM

highlights

  • भोपाल में वैक्सीनेटेड परिवारों का सोशल मीडिया पर सेल्फी अभियान चलाया जाएगा
  • वर्तमान में कोविड-19 संक्रमण के प्रकरणों में कमी आई है
  • भोपाल जिले में आशा, आंगनवाडी एवं स्व-सहायता समहों की महिलाओं द्वारा निरंतर कार्य किया जा रहा है

भोपाल:

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के प्रति समाज में जागृति लाने के लिए 'मेरा परिवार कोरोना मुक्त' अभियान की तर्ज पर वैक्सीनेटेड परिवारों का सोशल मीडिया पर सेल्फी अभियान चलाया जाएगा. जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विकास मिश्रा ने विभिन्न विभाग को साथ हुई बैठक में कहा कि आज से अनलॉक की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है. वर्तमान में कोविड-19 संक्रमण के प्रकरणों में कमी आई है. कोविड -19 संक्रमण के प्रकरणों में निरंतर कमी लाये जाने हेतु यह आवश्यक है कि कोविड-19 हेतु अनुकूल व्यवहार जैसे कि मास्क का निरंतर और सही उपयोग, सोशल डिस्टेंसिंग एवं स्वच्छता के नियमों का कड़ाई से पालन किया जाये.

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वर्तमान में कोविड-19 से सुरक्षा हेतु वैक्सीन सबसे आसान तरीका है. ऐसे में लोग जो टीका लगवा चुके हैं, वे रोल मॉडल बनकर अन्य लोगों को टीकाकरण हेतु प्रेरित करें. इसलिए जो परिवार कोविड-19 टीकाकरण करवा चुके हैं, वे 'मेरा परिवार कोरोना मुक्त' की तर्ज पर अपने फोटोग्राफ्स सोशल मीडिया पर शेयर करें, जिससे कि अन्य लोगों को भी टीकाकरण हेतु प्रेरणा मिले.

स्वास्थ्य विभाग की योजना के मुताबिक, उच्च जोखिम समूह के लोगों का टीकाकरण प्राथमिकता के आधार पर किया जाना है. उच्च जोखिम समूह के लोग जैसे कि घर पर काम करने वाली महिलाओं, सब्जी विक्रेता, सिलेण्डर प्रदायकर्ता, किराना स्टोर, हाथ ठेला चालक, दूध विक्रेता, होटल रेस्टोरेण्ट स्टाफ, हेयर सेलून वर्कर, वाहन चालक, सुरक्षा गार्ड, सब्जी विक्रेता इत्यादि ऐसे लोग हैं, जिनसे हम नियमित रूप से सेवाएं प्राप्त करते हैं इसलिए ये हमारा व्यक्तिगत दायित्व है कि इन लोगों को टीकाकरण की सेवाएं प्राप्त हो.

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भोपाल जिले में आशा, आंगनवाडी एवं स्व-सहायता समहों की महिलाओं द्वारा निरंतर कार्य किया जा रहा है. ये सभी महिला कार्यकर्ता कोविड-19 की इस विकट परिस्थिति में भी दिन-रात उत्साहपूर्वक कार्य कर रही हैं. साथ ही गैर शासकीय संगठनों का सहयोग भी निरंतर प्राप्त हो रहा है.