मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने मंदसौर के पूर्व डीएम स्वतंत्र कुमार सिंह, एसपी ओपी त्रिपाठी और नगर पुलिस अधीक्षक साई कृष्णा थोटा को सस्पेंड कर दिया है। तीनों मंदसौर में किसानों पर हुई गोलीबारी के दौरान पद पर थे।
राज्य शासन की ओर से बुाधवार देर शाम जारी आदेश में तीनों अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। तीनों अधिकारियों को मंदसौर में हिंसा और पुलिस गोलीबारी के बाद वहां से हटा दिया गया था।
मध्य प्रदेश में किसानों ने कर्जमाफी सहित अन्य मांगों को लेकर एक से 10 जून तक आंदोलन किया था। पुलिस ने मंदसौर में छह जून को किसानों पर गोली चलाई थी, जिसमें पांच किसानों की मौत हुई थी और छठे किसान की पिटाई से जान गई थी। इस घटना के बाद राज्य के कई हिस्सों में हिंसा भड़क उठी थी। मंदसौर में तो कर्फ्यू लगाना पड़ा था।
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कथित तौर पर मंदसौर प्रशासन की ओर से राज्य के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह को सही जानकारी नहीं दी गई थी, जिसके चलते सरकार की खूब किरकिरी हुई थी। गृहमंत्री ने पहले कहा था कि किसानों की मौत पुलिस गोलीबारी से नहीं हुई थी, लेकिन तीन दिनों बाद उन्होंने कहा कि किसानों की मौत पुलिस की गोली से हुई।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गोलीबारी की घटना के बाद न्यायिक जांच के आदेश दिए थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने मृतक के परिजनों से मुलाकात की थी और एक-एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता व परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी देने का ऐलान किया था। चौहान पुलिस की गोलीबारी के एक सप्ताह बाद पीड़ितों के बीच पहुंचे थे।
कांग्रेस ने भी किसानों के हक के लिए 72 घंटे तक सत्याग्रह किया था। मंदसौर में हुई गोलीबारी के बाद शिवराज सरकार को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।
Source : News Nation Bureau