logo-image

BJP को सता रहा कमलनाथ के जवाबी मास्‍टरस्‍ट्रोक का डर, विधायकों को भेजा गया गुड़गांव

बीजेपी विधायकों को चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली भेजा गया. दिल्ली पहुंचने के बाद जब इन विधायकों से बात की गई तो सबने अलग-अलग बयान दिया.

Updated on: 11 Mar 2020, 08:08 AM

नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)  सरकार में चल रही उठापटक के बीच देर रात बीजेपी के विधायक भोपाल से दिल्ली एयरपोर्ट टर्मिनल 3 पर पहुंचे जहां उन्हें लेने के लिए बीजेपी के सांसद कैलाश विजयवर्गीय पहुंचे. इसके बाद इन सासंदों को बस में बैठा कर गुड़गांव ले जाया गया. दरअसल कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस के 22 विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद अब भारतीय जनता पार्टी  अपने विधायकों को बचाने में लग गई है. इसी के मद्देनजर बीजेपी विधायकों को चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली भेजा गया. दिल्ली पहुंचने के बाद जब इन विधायकों से बात की गई तो सबने अलग-अलग बयान दिया. 

किसी ने कहा कि वह छुट्टी मनाने पहुंचे हैं तो वहीं किसी ने कहा कि वह होली सेलिब्रेट करने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं. कुछ ने तो यहां  तक कह दिया कि उन्हें कुछ भी न बोलने के लिए ऊपर से ऑर्डर दिया गया है.

यह भी पढ़ें: संकट से निपटने के लिए कांग्रेस बना रही है बड़ा 'गेम प्लान', जानें क्या होगा कमलनाथ मास्टर स्ट्रोक?

क्या था कैलाश विजयवर्गीय का कहना?

कैलाश विजयर्गीय ने कहा कि सब को पता चल जाएगा जब ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी पार्टी ज्वाइन करेंगे.  उन्होंने यह भी कहा कि उनके साथ कई कांग्रेसी विधायकों का समर्थन भी है जो बीजेपी को मिलेगा और बीजेपी की सरकार मध्यप्रदेश में बनेगी. उन्होंने कहा, पता सबको है लेकिन हमारे विधायक यहां 3 से 4 दिन की छुट्टी पर आए हैं.

यह भी पढ़ें: कमलनाथ का हाथ छोड़ कमल के साथ क्यों गए सिंधिया, CM को भारी पड़ी ये चार चूक

बता दें, मंगलवार को मध्य प्रदेश में दिनभर सियासी ड्रामा चला और शाम को भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश में सत्ता के लिए घेरेबंदी शुरू कर दी. बता दें, इससे पहले बीजेपी विधायक बस में बैठकर होली के गीत गाते हुए एयरपोर्ट के लिए रवाना हुए. भोपाल में विधायक दल की बैठक के बाद भारतीय जनता पार्टी ने अपने सभी विधायकों को सीधे एयरपोर्ट भेजकर दिल्ली के लिए रवाना कर दिया. आपको बता दें कि इस दौरान बीजेपी विधायकों को घर जाकर सामान लेने की अनुमति भी नहीं दी गई. यह फैसला दिल्ली में नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा की मुलाकात के बाद लिया गया. यह मुलाकात चुनाव समिति की बैठक के बाद हुई थी. चुनाव समिति की बैठक शाम करीब 6.15 बजे शुरू हुई और एक घंटे तक चली. इसी दौरान भोपाल में भी पार्टी मुख्यालय पर विधायक दल की बैठक हुई.