प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी सोमवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भोपाल के इस ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन का सिर्फ कायाकल्प ही नहीं हुआ है, बल्कि गिन्नौरगढ़ की रानी, कमलापति जी का इससे नाम जुड़ने से इसका महत्व भी और बढ़ गया है. गोंडवाना के गौरव से आज भारतीय रेल का गौरव भी जुड़ गया है. उन्होंने कहा कि लोगों ने स्थितियों के बदलने की उम्मीदें तक छोड़ दी थीं। लेकिन जब देश ईमानदारी से संकल्पों की सिद्धि के लिए जुटता है, तो सुधार आता है, परिवर्तन होता है, ये हम बीते सालों से निरंतर देख रहे हैं.
Madhya Pradesh: Prime Minister Narendra Modi inaugurates and dedicates to the nation the re-developed Rani Kamlapati Railway Station in Bhopal.
Governor Mangubhai Patel, Railways Minister Ashwini Vaishnaw and CM Shivraj Singh Chouhan also present at the occasion. pic.twitter.com/AjzyULtUk3
— ANI (@ANI) November 15, 2021
पीएम मोदी ने कहा कि स्टेशन पर भीड़-भाड़, गंदगी, ट्रेन के इंतज़ार में घंटों की टेंशन, स्टेशन पर बैठने-खाने-पीने की असुविधा, ट्रेन के भीतर गंदगी, सुरक्षा की चिंता, दुर्घटना का डर, ये सबकुछ एक साथ दिमाग में चलता रहता था. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत कैसे बदल रहा है, सपने कैसे सच हो सकते हैं, ये देखना हो तो आज इसका एक उत्तम उदाहरण भारतीय रेलवे भी बन रही है। 6-7 साल पहले तक, जिसका भी पाला भारतीय रेल से पड़ता था, तो वो भारतीय रेल को ही कोसते हुए ज्यादा नजर आता था.
Not only has this historic railway station been redeveloped but with the linking of the name of Rani Kamlapati of Ginnorgarh to this station,its importance has also increased.Railway's pride is now linked to pride of Gondwana: PM inaugurates Rani Kamlapati Railway Station, Bhopal pic.twitter.com/TF0yv2pnL9
— ANI (@ANI) November 15, 2021
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के रूप में देश का पहला ISO सर्टिफाइड, देश का पहला पीपीपी मॉडल आधारित रेलवे स्टेशन देश को समर्पित किया गया है. जो सुविधाएं कभी एयरपोर्ट में मिला करती थीं, वो आज रेलवे स्टेशन में मिल रही हैं.आज का भारत, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के लिए रिकॉर्ड Investment तो कर ही रहा है, ये भी सुनिश्चित कर रहा है कि प्रोजेक्ट्स में देरी ना हो, किसी तरह की बाधा ना आए। हाल में शुरू हुआ, पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान, इसी संकल्प की सिद्धि में देश की मदद करेगा.
6 yrs back those who had some work with Indian Railways used to be seen cursing it.Crowded stations, filth,hrs of tension while waiting for trains, inconvenience of seating-eating facilities,filth inside trains,tension of safety used to come to mind when Railway was spoken of: PM pic.twitter.com/rrJy8XoXI4
— ANI (@ANI) November 15, 2021
पीएम मोदी ने कहा कि एक ज़माना था, जब रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को भी ड्रॉइंग बोर्ड से ज़मीन पर उतरने में ही सालों-साल लग जाते थे. लेकिन आज भारतीय रेलवे में भी जितनी अधीरता नए प्रोजेक्ट्स की प्लानिंग की है, उतना ही गंभीरता उनको समय पर पूरा करने की है. पीएम मोदी ने आगे कहा कि रेलवे को टूरिज्म के लिए अगर उपयोग किया भी गया, तो उसको एक प्रीमियम क्लब तक ही सीमित रखा गया. पहली बार सामान्य मानवी को उचित राशि पर पर्यटन और तीर्थाटन का दिव्य अनुभव दिया जा रहा है. रामायण सर्किट ट्रेन ऐसा ही एक अभिनव प्रयास है. भारतीय रेल सिर्फ दूरियों को कनेक्ट करने का माध्यम नहीं है, बल्कि ये देश की संस्कृति, देश के पर्यटन और तीर्थाटन को कनेक्ट करने का भी अहम माध्यम बन रही है. आज़ादी के इतने दशकों बाद पहली बार भारतीय रेल के इस सामर्थ्य को इतने बड़े स्तर पर explore किया जा रहा.
Source : News Nation Bureau