logo-image

MP civic polls: भोपाल नगर निकाय चुनाव में जमकर हंगामा, नाम लेने का था आखिरी दिन

भोपाल के कलेक्ट्रेट कार्यालय में बुधवार को जमकर हंगामा देखने को मिला. दरअसल यह नगरीय निकाय चुनाव के लिए नाम वापस लेने का आखिरी दिन था. इसी दौरान कांग्रेस के नेताओं ने वहां हंगामा किया.

Updated on: 22 Jun 2022, 07:10 PM

highlights

  • भोपाल के कलेक्ट्रेट कार्यालय में हुआ जमकर हंगामा
  • निकाय चुनाव के लिए नॉमिनेशन वापस लेने का था आखिरी दिन
  • कांग्रेस नेता शेख सलीम और उनकी बहू कलेक्ट्रेट के बाहर ही धरने पर बैठे

नई दिल्ली :

भोपाल के कलेक्ट्रेट कार्यालय में बुधवार को जमकर हंगामा देखने को मिला. दरअसल यह नगरीय निकाय चुनाव के लिए नाम वापस लेने का आखिरी दिन था. इसी दौरान कांग्रेस के नेताओं ने वहां हंगामा किया. कांग्रेस के नेता बागियों को धमका रहे थे और उनपर नाम वापस लेने का दबाव बना रहे थे. और तो और वहां मौजूद नेताओं ने दूसरे नेताओं को जान से मारने की धमकियां भी दीं. नाम वापसी के दौरान टिकटों में भी बदलाव किया गया. एक नेता से टिकट वापस लेकर दूसरे नेताओं को दे दी गईं. ऐसे ही एक मामले में वार्ड 41 से पहले फहीम खीचड़े को टिकट मिला हुआ था. लेकिन बाद में इसे बदलकर मोहम्मद सगीर को टिकट दे दिया गया.

यह भी पढ़ें : Indian Railway: ये ट्रेनें सिर्फ ढाई घंटे में दिल्ली से पहुंचाएंगी लखनऊ, रेलवे का बुलेट प्लान हुआ शुरू

आपको बता दें कि जिसके बाद जिसके बाद मोहम्मद सगीर और फहीम खीचड़े के गुर्गे बागियों को धमकाकर नाम वापसी का दबाव बनाते नजर आए.इसी हंगामे के बीच कांग्रेस नेता शेख सलीम और उसकी बहू कलेक्ट्रेट के बाहर ही धरने पर बैठ गए. दरअसल शेख सलीम ने बताया कि सुनील सूद, मोहम्मद सगीर और फहीम खीचड़े के गुर्गे उसे जान से मारने की धमकी तक दे रहे हैं. वो लोग उनपर दबाव बना रहे हैं कि अपना फॉर्म वापस ले लो और उन्होंने उसकी बहू के साथ अभद्रता भी की. 

शेख सलीम ने धरना देते हुए मांग की कि उन्हें बाकी नेताओं से सुरक्षा प्रदान की जाए. इस दौरान इन नेताओं के गुर्गों ने मीडिया कर्मियों को भी कवरेज करने से रोका और उनके साथ बदसलूकी की. जिसके बाद भी हंगामा खड़ा हो गया. बामुश्किल समझा-बुझाकर हंगामा शांत किया गया.