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मप्र के गृहमंत्री कोरोना वैक्सीन ट्रायल के लिए वॉलेंटियर बनने को तैयार

ज्ञात हो कि राज्य में कोरोनाा वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल राजधानी में चल रहा है. वर्तमान में यह ट्रायल पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में हो रहा है. इसके अलावा गांधी मेडिकल कॉलेज में भी इसकी तैयारी है. इसी बीच यह बात सामने आई कि ट्रायल के लिए वालेंटियर नहीं

Updated on: 03 Dec 2020, 05:05 PM

नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश में कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल चल रहा है, मगर इसके लिए वॉलेंटियर की कमी की बात सामने आने पर राज्य के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने वैक्सीन के ट्रायल के लिए वॉलेंटियर बनने की इच्छा जताई है. गृहमंत्री ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि, कोरोना वैक्सीन के ट्रायल के लिए मैं भी वॉलेंटियर बनने को तैयार हूं. इस बारे में आज ही डॉक्टर्स से बात करूंगा. यदि हम जैसे लोग आगे आएंगे तो दूसरे लोग भी प्रेरित होंगे.

ज्ञात हो कि राज्य में कोरोनाा वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल राजधानी में चल रहा है. वर्तमान में यह ट्रायल पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में हो रहा है. इसके अलावा गांधी मेडिकल कॉलेज में भी इसकी तैयारी है. इसी बीच यह बात सामने आई कि ट्रायल के लिए वालेंटियर नहीं मिल रहे हैं. आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से पहले हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज भी कोरोना वैक्सीन ट्रायल के वॉलेंटियर बन चुके हैं. 

अनिल विज भी उन वॉलेंटियर्स में शामिल हैं, जिनके ऊपर कोरोना वैक्सीन का ट्रायल हो रहा है. इस वैक्सीन का ट्रायल देश में कुल 25 हजार 800 लोगों पर किया जाना है. हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने खुद कोवैक्सीन के तीसरे ट्रायल के लिए वॉलंटियर बनने की पेशकश की. जिसके बाद आज हरियाणा के अंबाला के अस्पताल में उन्हें पहला टीका लगाया गया. पीजीआई रोहतक के वाइस चांसलर के मुताबिक, कोवैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल शुरू हो चुका है और पहले 200 वॉलियंटर्स को डोज दी जा रही है. उन्होंने कहा कि हम इस बात की उम्मीद कर रहे हैं कि यह वैक्सीन 90 फीसदी से ज्यादा कारगर होगी.

कोरोना वैक्सीन को लेकर एक राहत भरी खबर सामने आई है. एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने बयान दिया है कि भारत में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल अंतिम चरण में है. उम्मीद है कि इस महीने के अंत तक या अगले महीने की शुरुआत में हमें सफलता मिल सकती है. डॉ. गुलेरिया ने कहा कि उम्मीद है कोरोना की वैक्सीन जनवरी तक देश में भी आ जाएगी. हालांकि उन्होंने कहा कि इसके लिए भारतीय नियामक अधिकारियों से आपातकालीन इजाजत मिलनी चाहिए ताकि जनता को वैक्सीन देना शुरू किया जा सके.