मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार पूरे पांच साल चलेगी और वे अपने कार्यकाल का हिसाब भी देंगे, जो वे (बीजेपी) नहीं दे पाए. कमलनाथ को यह बात इसलिए कहनी पड़नी है, क्योंकि बीजेपी की ओर से बार-बार कहा जाता रहा है कि यह सरकार कुछ ही माह में गिरने वाली है. इन दिनों बीजेपी के बड़े से लेकर छोटे नेता तक अपने बयानों में कांग्रेस सरकार के गिरने की कामना करते नजर आते हैं.
राज्य में 'जय किसान ऋण मुक्त योजना' की शुरुआत करने के मौके पर संवाददाताओं के बीच कमलनाथ ने कहा, 'मैं समाचारपत्रों में हमारी सरकार को लेकर दिए जा रहे बयान पढ़ रहा हूं, कहा जा रहा है कि यह सरकार कब तक चलेगी, कोई कहता है कि 15 दिन में चली जाएगी, कोई कहता था कि विधानसभाध्यक्ष के चुनाव में ही चली जाएगी। लेकिन मैदान छोड़कर कौन भागा, इसके गवाह सभी हैं.'
बीजेपी के तमाम नेता सरकार के जुगाड़ से बहुमत में होने और कभी भी बहुमत खो देने की आशंका जता रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने तो सोमवार को इसे कुछ ही माह सरकार बताते हुए कहा था कि 'मंत्रियों के बंगलों की पुतई जब तक पूरी होगी, तब तक यह सरकार ही गिर जाएगी.'
इन बयानों पर कमलनाथ ने विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव के दौरान बीजेपी के अपनाए गए रवैए पर तंज कसा और कहा कि जो मैदान में नहीं रह पाए, मैदान छोड़कर भाग गए, जो मैदान में नहीं रह सकते वे मुकाबला क्या करेंगे.
उन्होंने बीजेपी पर कांग्रेस विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश का इशारों में जिक्र करते हुए कहा कि वे प्रलोभन दे रहे हैं, देते रहें, आगे भी देते रहेंगे, मगर कांग्रेस और साथी पार्टी के लोगों पर इस प्रलोभन का कोई असर नहीं होने वाला. पांच साल बाद हिसाब-किताब दिया जाएगा जो वे लोग नहीं दे पाए.
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इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने खुले तौर पर बीजेपी के नेताओं पर कांग्रेस विधायकों को 100 करोड़ रुपये तक का ऑफर दिए जाने का आरोप लगाया गया था. उसी के बाद से भाजपा पर खरीद-फरोख्त के आरोप लग रहे हैं.
विधानसभा की 230 सीटों में से कांग्रेस के पास 114 और बीजेपी के पास 109 सीटें हैं। कांग्रेस ने सरकार बीएसपी, एसपी और निर्दलीय विधायकों के सहयोग से सरकार बनाई है. बीच-बीच में कुछ विधायकों के विद्रोही स्वर सुनाई दिए जाने पर बीजेपी लगातार सरकार के भविष्य पर सवाल उठाती आ रही है.
Source : IANS