कमलनाथ का CM शिवराज सिंह चौहान पर वार, कहा- हमने वोट से सरकार बनाई थी नोट से नहीं
उपचुनाव (MP Bypolls) से पहले मध्य प्रदेश की सियासत की सरगर्मी बढ़ गई है. यहां लगातार राजनीतिकि पार्टियां एक-दूसरे पर हमलावर हो रही हैं.
भोपाल:
उपचुनाव (MP Bypolls) से पहले मध्य प्रदेश की सियासत की सरगर्मी बढ़ गई है. यहां लगातार राजनीतिकि पार्टियां एक-दूसरे पर हमलावर हो रही हैं. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बीच भी जुबानी जंग जारी है. कमलनाथ ने एमपी सरकार और शिवराज सिंह पर जोरदार वार करते हुए कहा है कि जो 15 साल का हिसाब नहीं दे पाएं वो 15 महीनों का हिसाब मांग रहे हैं.
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कमलनाथ ने कहा, 'मुझे समझ नहीं आता कि बीजेपी और शिवराज को कैसे ये हिम्मत होती है कि मुझसे 15 महीनों का हिसाब मांगें. ये 15 सालों का हिसाब किताब दें! 2018 में नहीं दे पाए थे, तब एमपी की जनता ने इन्हें घर बिठाया था. हमने वोट से सरकार बनाई थी नोट से नहीं.'
मुझे समझ नहीं आता कि बीजेपी और शिवराज को कैसे ये हिम्मत होती है कि मुझसे 15 महीनों का हिसाब मांगें। ये 15 सालों का हिसाब किताब दें! 2018 में नहीं दे पाए थे, तब म.प्र. की जनता ने इन्हें घर बिठाया था। हमने वोट से सरकार बनाई थी नोट से नहीं : म.प्र. के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ pic.twitter.com/SvWu4dAFSG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 19, 2020
उन्होंने आगे कहा, ' भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सिर्फ प्रचार करती है. शिवराज सिंह जी तो नारियल अपनी जेब में लेकर घूमते हैं. जहां मौका मिल जाता है वहां नारियल फोड़ लेंगे. जब भी चुनाव आता है, दोनों जेबों में नारियल रखते हैं.'
भारतीय जनता पार्टी सिर्फ प्रचार करती है। शिवराज सिंह जी तो नारियल अपनी जेब में लेकर घूमते हैं। जहां मौका मिल जाता है वहां नारियल फोड़ लेंगे। जब भी चुनाव आता है, दोनों जेबों में नारियल रखते हैं : म.प्र. के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ pic.twitter.com/fRoF6qzARG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 19, 2020
बता दें कि राज्य में होने वाले उप-चुनाव 15 साल बनाम 15 माह पर आकर सिमटने लगे हैं. बीजेपी ने कांग्रेस के 15 माह के शासनकाल को राज्य को गर्त में धकेलने वाला करार दिया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हो या पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, कांग्रेस के शासनकाल को भ्रष्टाचार और तबादला उद्योग का काल बता रहे हैं. साथ ही आरोप लगा रहे हैं कि राज्य में तमाम विकास कार्यों को रोक दिया गया था.