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कमलनाथ बताएं, गांधी के साथ हैं या गोडसे के साथ : MP भाजपा प्रमुख

मध्य प्रदेश में इन दिनों हिंदू महासभा के पार्षद रहे और महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के समर्थक बाबू लाल चौरसिया को कांग्रेस में शामिल किए जाने को लेकर पार्टी के भीतर हंगामा बरपा हुआ है.

Updated on: 28 Feb 2021, 08:59 PM

सागर:

मध्य प्रदेश में इन दिनों हिंदू महासभा के पार्षद रहे और महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के समर्थक बाबू लाल चौरसिया को कांग्रेस में शामिल किए जाने को लेकर पार्टी के भीतर हंगामा बरपा हुआ है. वहीं भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ पर हमला बोलते हुए पूछा है कि "वे बताएं कि गांधी के साथ हैं या गोडसे के साथ." प्रदेश के दौरे पर निकले शर्मा ने सागर में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस का गांधी खानदान वर्षों से महात्मा गांधी के नाम का उपयोग कर रहा है, उस खानदान का महात्मा गांधी से क्या संबंध है? मध्यप्रदेश कांग्रेस में इन दिनों महात्मा गांधी को लेकर झगड़े चल रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे गांधी जी के साथ हैं, या गोडसे के साथ?

उन्होंने कहा कि सचाई यह है कि कांग्रेस और उसके नेता केवल गांधी जी के नाम का उपयोग करते रहे, उनके विचारों को कभी जमीन पर नहीं उतारा. कांग्रेस कभी सरदार पटेल के विचारों को लेकर समाज में नहीं गई. बाबा साहब अंबेडकर विचारों को कभी समाज में नहीं ले गई. बाबा साहब के सम्मान के लिए काम भाजपा ने किया है.

शर्मा ने आगे कहा कि भाजपा विकास के झंडे के साथ खड़ी है और निकाय चुनावों में विकास ही भाजपा का मुद्दा होगा. हमारी सरकार ने और हमारे महापौरों ने जो काम किए हैं, उन्हें हम जनता के बीच ले जाएंगे. हमारी सरकारों ने जनहित की जो योजनाएं लागू की हैं, उन्हें बूथ-बूथ तक ले जाएंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार जो काम कर रही हैं, उसका लाभ हर घर में किसी न किसी व्यक्ति को जरूर मिला है। हम उन कामों को जनता के बीच ले जाएंगे.

शर्मा ने नगरीय निकाय के चुनाव की तैयारी का जिक्र करते हुए कहा कि निकाय चुनावों के लिए भाजपा का घोषणापत्र पार्टी नहीं, बल्कि जनता तय करेगी. सरकार द्वारा निकाय क्षेत्रों के विकास के लिए पूरा रोडमैप तैयार किया गया है. उन्होंने कहा कि मैंने भी कई जिलों में प्रवास किया है और लोगों के विचार जाने हैं. संगठन स्तर पर भी हम प्रबुद्धजनों के सुझाव ले रहे हैं और यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि सागर को एक विकसित शहर कैसे बनाया जा सकता है और इन्हीं के आधार पर हमारा घोषणापत्र तैयार होगा.