/newsnation/media/post_attachments/images/2020/03/13/chief-minister-kamal-nath-21.jpg)
कमलनाथ( Photo Credit : फाइल फोटो)
मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष एन.पी. प्रजापति बागी होकर सदन की सदस्यता से इस्तीफा देने वाले 22 विधायकों में से दो या तीन विधायकों पर कार्रवाई कर सकते हैं. यह संकेत उन्होंने शनिवार को दिए. उन्होंने नोटिस देकर 13 विधायकों को दो दिनों के भीतर उपपस्थित होने को कहा था, मगर वे नहीं आए. प्रजापति ने इस्तीफा भेजने वाले विधायकों में से सात विधायकों को शनिवार को उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया था. उन्होंने शुक्रवार को नहीं आए छह विधायकों को शनिवार को भी मौका देने का फैसला लिया था, फिर भी 13 विधायक नहीं आए. प्रजापति ने तीन घंटे तक विधायकों का इंतजार किया, मगर उनके न आने पर वह अपने कार्यालय से चले गए.
यह भी पढ़ेंः मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार के गिने चुने दिन, बीजेपी ने राज्यपाल से की फ्लोर टेस्ट की मांग
उन्होंने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा, "विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों के साथ सात विधायकों का इंतजार किया, जिन्हंे आज का समय दिया गया था, छह उन विधायकांे को भी समय दिया था, जो शुक्रवार को नहीं आए थे. इस तरह 13 विधायकों का इंतजार किया गया, मगर वे नहीं आए. विधि प्रक्रिया के अनुसार अपना कार्य संचालित कर रहा हूं, विधायकों को बुलाया है कि ताकि वे आकर अपनी बात कहें."
यह भी पढ़ेंः मप्र में विधायकों के अंकगणित में उलझी कमल नाथ सरकार, राज्यसभा दावेदारी भी फंसी
उन्होंने आगे कहा, "मेरे सामने विधायकों के दो-तीन गंभीर मसले आए हैं. जो कागज प्राप्त हुए हैं, उसके आधार पर विचार कर रहा हूं कि दो-तीन विधायकों को रखूं या निकालूं." विधानसभा सचिवालय के अनुसार, अध्यक्ष प्रजापति ने 13 विधायकों को नोटिस जारी कर उपस्थित होने को कहा था. शुक्रवार को छह विधायकों को उपस्थित होना था, मगर वे नहीं आए, वहीं सात विधायकों को शनिवार को उपस्थित होने का समय दिया गया था, लेकिन वे नहीं आए.
यह भी पढ़ेंः ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों पर पुलिस ने किया मामला दर्ज
बेंगलुरू गए 19 विधायक गोविंद सिंह राजपूत, प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, तुलसी सिलावट, प्रभुराम चैधरी, महेंद्र सिंह सिसोदिया के अलावा विधायक हरदीप सिंह डंग, जसपाल सिंह जज्जी, राजवर्धन सिंह, ओ.पी.एस. भदौरिया, मुन्ना लाल गोयल, रघुराज सिंह कंसाना, कमलेश जाटव, बृजेंद्र सिंह यादव, सुरेश धाकड़, गिरिराज दंडौतिया, रक्षा संतराम सिरौनिया, रणवीर जाटव, जसवंत जाटव के इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष तक पहुंच चुके हैं.
Source : News Nation Bureau