मध्य प्रदेश के बैतूल जिला मुख्यालय से करीब 45 किलोमीटर दूर सांईखेड़ा पुलिस थानांतर्गत सुनारखापा गांव में 30 वर्षीय एक महिला ने अपने दो मासूम बेटों के साथ बुधवार—बृहस्पतिवार की रात को कथित तौर पर कुएं में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली. सांईखेड़ा पुलिस थाना प्रभारी रत्नाकर हिंग्वे ने बृहस्पतिवार को बताया कि ग्राम सुनारखापा निवासी सम्बालाल धुर्वे की पत्नी सुनीता (30) विगत कई दिनों से मानसिक रूप से बीमार चल रही थी.
सुनीता अपने दो बेटों जयकिशन (8) और वैभव (3) को बुधवार-गुरुवार की दरम्यानी रात्रि घर से लेकर गई और गांव के ही एक कुएं में दोनों बच्चों के साथ कूद गई, जिससे तीनों की पानी में डूबने से मौत हो गई.
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उन्होंने कहा कि सुनीता के पति का कहना है कि उसने पहले भी दो बार आत्महत्या करने की कोशिश की थी. बीती रात सभी लोगों ने खाना खाया और सो गए थे. हिंग्वे ने बताया कि उसके पति के अनुसार सुनीता अपने दो बेटों के साथ बुधवार रात्रि 12 बजे घर से गायब मिली. इसके बाद उसकी इधर—उधर तलाश की गई, लेकिन वह कहीं नहीं मिली. उन्होंने कहा कि बाद में गुरुवार सुबह उसका शव गांव के पास ही एक कुएं में दिखाई दिया, जिसे ग्रामीणों ने देखा. इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी.
हिंग्वे ने बताया कि बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सुनीता और उसके दोनों बच्चों जयकिशन और वैभव के शवों को ग्रामीणों की मदद से कुएं से निकाला और तीनों के शव पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए हैं. उन्होंने कहा कि आत्महत्या के कारण क अब तक पता नहीं चला है. मामला दर्ज कर जांच की जा रही है.
Source : Bhasha