logo-image

मुरैना में महिला वन अफसर पर खनन माफिया का हमला

अवैध खनन के लिए बदनाम मुरैना में एक बार फिर वन अधिकारी पर भीड ने हमला कर दिया. महिला वन अधिकारी श्रद्धा पांढरे जब गश्त पर थी तभी खनन माफिया के लोगों ने हमला बोला. पांढरे पर यह बीते दो माह में नौवां हमला बताया जा रहा है.

Updated on: 10 Jun 2021, 02:32 PM

मुरैना:

अवैध खनन के लिए बदनाम मुरैना में एक बार फिर वन अधिकारी पर भीड ने हमला कर दिया. महिला वन अधिकारी श्रद्धा पांढरे जब गश्त पर थी तभी खनन माफिया के लोगों ने हमला बोला. पांढरे पर यह बीते दो माह में नौवां हमला बताया जा रहा है. जानकारी के अनुसार वन विभाग की अनुविभागीय अधिकारी श्रद्धा पांढरे बुधवार की रात को सुरक्षा बल और वन विभाग के अमले के साथ गश्त पर थी. इसी दौरान उन्हें अवैध रेत से भरे वाहन मिले तो उन्होंने उन्हें रोका और जब्त कर लिया. इसकी सूचना देवगढ़ थाने की पुलिस को दी लेकिन मदद नहीं मिली. इसके बाद पांढरे के साथ जो सुरक्षा जवान थे, वही थाने को जब्त वाहन ले जाने लगे तो रास्ते में पठानपुरा गांव में लोगों ने कटीले तार डालकर रास्ता रोक दिया और हमला बोल दिया. हमलावरों के पास बंदूक, फरसा, लाठी आदि हथियार थे.

और पढ़ें: आपदा में अवसर: कोरोना काल में भोपाल में बिना जांच के खुले 102 नए अस्पताल

बताया गया है कि वन अधिकारी पर भीड़ ने हमला किया तो एक सुरक्षा जवान ने बचाव किया तो उसके हाथ में चोट आ गई. पांढरे ने मीडिया को बताया कि जब उन्होंने ग्रामीणों व माफिया के लोगों से पूछा कि पुलिस क्यों नहीं रोक रही है तो उन्होंने बताया कि वह पुलिस को एन्ट्री फीस दे रहे हैं.

वन अधिकारी का आरोप है कि पुलिस उनका बिल्कुल सहयोग नहीं कर रही है. बुधवार की रात को भी पुलिस नहीं आई. सूत्रों का कहना है कि पांढरे पर बीते दो माह में माफियाओं की ओर से किया गया यह नौवां हमला है.

ज्ञात हो कि मुरैना माफियाओं की हरकतों के कारण हमेशा चचार्ओं में रहता है. कुछ साल पहले ही आईपीएस अफसर नरेंद्र कुमार की भी यहां माफियाओं ने हत्या कर दी थी.