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एमपी के आंगनवाड़ी केंद्रों में अंडा नहीं, दूध बंटेगा: शिवराज सिंह चौहान

सीएम शिवराज ने कहा कि कुपोषण को खत्म करने के लिए आंगनबाड़ियों में बच्चों को अंडे नहीं, बल्कि दूध वितरित किया जाएगा.

Updated on: 16 Sep 2020, 04:05 PM

भोपाल:

मध्य प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी द्वारा प्रदेश की आंगनबाड़ियों में बच्चों को पौष्टिक आहार के रूप में अंडे दिये जाने की कुछ दिन पहले वकालत करने पर हुए विवाद के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को स्पष्ट कर दिया है. सीएम शिवराज ने कहा कि कुपोषण को खत्म करने के लिए आंगनबाड़ियों में बच्चों को अंडे नहीं, बल्कि दूध वितरित किया जाएगा.

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चौहान ने यहां मीडिया से कहा, ‘‘कुपोषण दूर करने के लिए आंगनवाड़ी केंद्रों में अंडा नहीं, बल्कि दूध बांटा जाएगा और इसकी शुरुआत 17 सितंबर को होगी.’’ वहीं, मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में 16 से 23 सितंबर तक गरीब कल्याण सप्ताह मनाया जा रहा है. गरीब कल्याण सप्ताह के तहत प्रत्येक दिन अलग-अलग विभागों से संबंधित कार्यक्रमों का आयोजन होगा.

उन्होंने कहा, ‘‘शुक्रवार 17 सितंबर महिला एवं बाल विकास विभाग के लिए निर्धारित है. इस दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जिलों में चिन्हाकिंत नवनिर्मित 601 ऑगनवाड़ी भवनों का डिजिटल तरीके से लोकार्पण सिंगल क्लिक के माध्यम से करेंगे और आंगनवाड़ी स्तर पर कुपोषित बच्चों को दूध वितरण किया जायेगा.’’

मालूम हो कि ग्वालियर में करीब दो सप्ताह पहले मध्य प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने कहा था कि कुपोषण मिटाने के लिए आंगनबाड़ी में अंडे उन बच्चों को परोसे जाएंगे, जो इसका विकल्प चुनेंगे. उन्होंने कहा था कि सेब और केला जैसे फल भी उन बच्चों को दिए जाएंगे जो इनका विकल्प चुनेंगे. कमलनाथ के नेतृत्व वाली पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान इसी विभाग की मंत्री रह चुकीं इमरती देवी ने राज्य के कुछ आदिवासी बहुल ब्लॉकों में अंडों का वितरण शुरू किया था.