मध्य प्रदेश की सतना पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. दरअसल सतना पुलिस ने दस्यु संदरी साधना पटेल को जंगल में घेरकर पकड़ लिया है. उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की इनामी महिला दस्यु के खिलाफ लूट, डकैती और अपहरण के सात मामले दर्ज हैं. मध्य प्रदेश के सतना के सतना पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने साधना पटेल को रविवार को मीडिया के सामने पेश किया. उन्होंने बताया कि शनिवार को डकैत साधना के गैंग के साथ मझगंवा क्षेत्र के कडियन मोड़ जंगल में देखे जाने की सूचना पर पुलिस टीमों ने घेराबंदी की. खुद को घिरा देख साधना भागने लगी, तभी पुलिस टीम ने उसे पकड़ लिया. इस दौरान उसके साथी भाग निकले. डकैत साधना पटेल की तलाशी में महिला पुलिस अधिकारियों को हथियार व दैनिक उपयोग की सामग्री मिली.
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एसपी ने बताया कि गिरोह के पांच शातिरों को पहले पकड़ा जा चुका है, जिनमें 10 हजार के इनामी रवि उर्फ रिंकू शिवहरे व दीपक शिवहरे, 15 हजार का इनामी शिव मूरत कोल, पांच हजार का इनामी धन्नू उर्फ धनपत खैरवार व दादू सिंह उर्फ पट्टीदार सिंह शामिल हैं.साधना की गिरफ्तारी के बाद गिरोह लगभग खत्म हो गया है.20 हजार की इनामी दस्यु सुंदरी पर 30 हजार रुपये इनाम बढ़ाने के लिए पूर्व में पुलिस महानिरीक्षक रीवा जोन को प्रतिवेदन भेजा गया था.साधना पटेल को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम की पुरस्कृत किया जाएगा.
2015 में नवल धोबी गैंग में शामिल होकर बनी डाकू
घर की दहलीज लांघकर बंदूक थामने वाली साधना पटेल को गैंग में परिवार के सदस्य की तरह 'साधना जीजी' कहकर बुलाते थे.बचपन से डकैतों के बीच रही साधना कुछ ही समय में यूपी-एमपी के जंगल में दहशत का पर्याय बन गई.चित्रकूट के भरतकूप क्षेत्र के रामपुर पालदेव के बगहिया पुरवा निवासी बुद्धविलास पटेल की तीन संतानों में साधना सबसे बड़ी है.उसके परिवार को डकैतों का करीबी माना जाता था.इनामी डकैत रहे चुन्नीलाल पटेल का भी घर में आना-जाना था.साधना उसको चाचा कहती थी.हालांकि बचपन से ही साधना नयागांव क्षेत्र के भागड़ा गांव में बुआ के पास आ गई थी.यहां भी डकैत डकैतों का आना-जाना था.
Source : News Nation Bureau