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MP में थानेदार के 8 माह में 11 तबादले के आदेश

मध्य प्रदेश में तबादलों का दौर जारी है, यहां एक ऐसे थानेदार हैं जिनके आठ माह में 11 तबादला आदेश जारी किए गए हैं. इससे परेशान थानेदार (निरीक्षक) सुनील लाटा ने जबलपुर उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है.

Updated on: 01 Sep 2019, 05:01 PM

भोपाल:

मध्य प्रदेश में तबादलों का दौर जारी है, यहां एक ऐसे थानेदार हैं जिनके आठ माह में 11 तबादला आदेश जारी किए गए हैं. इससे परेशान थानेदार (निरीक्षक) सुनील लाटा ने जबलपुर उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है. संभवत: अपने आप में तबादला आदेशों का राज्य में यह एक कीर्तिमान होगा.

वर्तमान में बैतूल जिले के सारणी थाने के प्रभारी के पद पर कार्यरत सुनील लाटा को निवाड़ी जिले के थाने में तैनात किया गया है, इसके खिलाफ उन्होंने उच्च न्यायालय जबलपुर में याचिका दायर की है. इस पर सुनवाई हो रही है.

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बताया गया है कि राज्य में सत्ता बदलाव आठ माह पूर्व हुआ है, उसके बाद से लाटा के तबादलों का दौर भी शुरू हो गया. उन्हें पहला तबादला बैतूल से आईजी ऑफिस होशंगाबाद हुआ. उसके बाद होशंगाबाद से पुलिस मुख्यालय का तबादला आदेश हुआ, जहां से मुख्यालय के आदिम जाति कल्याण शाखा में हुआ फिर वहां से बैतूल के आदिम जाति कल्याण भेजने का आदेश हुआ.

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पुलिस निरीक्षक लाटा के तबादलों का दौर यहीं थम जाता तो भी ठीक था, मगर फिर उनका तबादला सागर और छतरपुर के लिए हुआ, वे वहां आमद दर्ज करा पाते कि उससे पहले भोपाल स्थानांतरण का आदेश आ गया. उसके बाद उन्हें भोपाल से बैतूल पदस्थ किया गया.

वह कोतवाली के थाना प्रभारी रहे और फिर उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया. उसके बाद सारणी थाने का प्रभारी बनाया गया. सारणी थाने के प्रभारी का पद संभाले सात दिन भी नहीं हुए थे कि अब उनका निवाड़ी जिला के लिए तबादला आदेश आ गया.

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तबादलों से परेशान लाटा ने उच्च न्यायालय जबलपुर में 30 अगस्त को लगातार हो रहे तबादलों के खिलाफ याचिका दायर की है. लाटा ने आईएएनएस से चर्चा करते हुए माना कि, उनके आठ माह में 11 तबादले हुए हैं. इसके खिलाफ उन्होंने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है, जहां सुनवाई हो रही है.