Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश के जिले रैपुरा तहसील अंतर्गत बगरौंड़ गांव में गर्मी के इस सीजन में पानी की भीषण समस्या होने के कारण पीएचई विभाग ने बोरवेल करवाया. लेकिन बोर से पानी की जगह गैस का रिसाव होने लगा. देखते ही देखते आग निकलने लगी. जिसकी जानकारी लगते ही मौके पर क्षेत्रीय अधिकारी पहुंच गए और बोरवेल को बंद कर लोगों को बोर के पास न जाने की हिदायत दी. तहसीलदार ने आसपास के क्षेत्र को प्रतिबंधित घोषित कर दिया. जानकारी के अनुसार पन्ना जिले के रैपुरा तहसील के बगरौंड़ गांव में पीएचई विभाग ने शुक्रवार की रात्रि बोरवेल करवाया. शनिवार की सुबह तक बोर की गहराई 640 फिट हो गई थी. लेकिन इस बीच बोर से गंध आनी लगी.जिसके बाद मशीन को बंद किया गया.
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बोरबेल के आसपास के क्षेत्र से लोगो दूर किया
कुछ ही देर बाद बोर से पानी जगह आग निकलने लगी. इसकी जानकारी प्रशासन को दी गई. मौके तहसीलदार व रैपुरा थाना प्रभारी पहुंचे, जिन्होंने बोरबेल को बंद करवाने के निर्देश दिए.वहीं बगरौंड़ पंचायत के सरपंच पति घनश्याम प्रजापति ने बताया कि बोर से गैस निकलने की आवाज आ रही थी.जिसकी सूचना थाना प्रभारी रैपुरा मनोज यादव को दी गई. जिन्होंने पुलिस की सहायता से लोगों को बोरबेल के आसपास के क्षेत्र से लोगो दूर किया.
क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए पंचायत को मौखिक निर्देश दिए
तहसीलदार मणिशंकर बागरी ने बताया कि क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए पंचायत को मौखिक निर्देश दिए हैं ताकि कोई वहां तक न पहुंचे. जिला प्रशासन को सूचना दी गई है ताकि ओएनजीसी की टीम आकर बोर से निकलने वाली गैस जांच करे. दरअसल रैपुरा तहसील के बगरौंड़ गांव सहित दर्जनों गांव में इस भीषण गर्मी में पानी की विकराल समस्या है. लोग एक-एक डिब्बे पानी के लिए परेशान हो रहे हैं. जिसकी जानकारी पर एचपी विभाग के द्वारा बगरौंड़ गांव में बोरवेल करवाया गया.लेकिन बोर से पानी की जगह गैस निकलने लगी. हालांकि यह प्रशासन के द्वारा गैस की जांच करवाने के लिए ओएनजीसी की टीम को बुलवाया गया है.
Source : News Nation Bureau