मध्यप्रदेश के हरदा जिले में एक स्कूली छात्रा ने आत्महत्या कर ली थी। इसके लिए जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शुक्रवार को प्रदर्शन कर रहे लोगों और दूसरे संप्रदाय के लोगों के बीच पथराव हुआ। इसके बाद सांप्रदायिक तनाव फैल गया।
प्रशासन ने हालात पर काबू पाने के लिए शहरी क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू कर दी है। कोतवाली थाना क्षेत्र के खेड़ीपुरा में 16 वर्षीय एक स्कूली छात्रा ने छेड़छाड़ से परेशान होकर बुधवार को आत्महत्या कर ली थी।
उसके साथ छेड़छाड़ की घटना पिछले साल जुलाई में भी हुई थी। उसने फारुख और सलमान नामक दो युवकों के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन बाद में छोड़ दिया।
इसके बाद दोनों छात्रा को फिर से परेशान करने लगे। छात्रा ने फिर शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस दोनों युवकों को पकड़ने में आनाकानी करती रही।
छात्रा ने जब आत्महत्या कर ली, इसके बाद पुलिस ने इस सिलले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया, बाकी के दो आरोपी फरार बताये जा रहे हैं। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शुक्रवार को सड़क पर उतरे लोगों का दूसरे संप्रदाय के लोगों से विवाद हो गया। इसके बाद दोनों ओर से पथराव हुआ। पथराव में कुछ लोगों को चोटें आईं।
हरदा के पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने आईएएनएस को बताया कि शुक्रवार की दोपहर में प्रदर्शनकारियों ने एक धार्मिक स्थल पर पथराव कर दिया, उसके बाद दूसरी ओर से भी पत्थर चले, जिससे सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया। हालात पर काबू पाने के लिए कोतवाली थाना क्षेत्र में निषेधाज्ञा (धारा 144) लागू कर दी गई है।