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इंदौर से सामान्य और भोपाल से पिछड़ा वर्ग से होगी महिला महापौर

एमपी में आगामी समय में होने वाले नगरीय निकाय के चुनाव के लिए आरक्षण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. राज्य में 16 नगर निगमों में चुनाव होना है, भोपाल को जहां पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित किया गया है, वहीं इंदौर से सामान्य वर्ग का महापौर होगा.

Updated on: 10 Dec 2020, 09:50 AM

भोपाल:

मध्य प्रदेश में आगामी समय में होने वाले नगरीय निकाय के चुनाव के लिए आरक्षण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. राज्य में 16 नगर निगमों में चुनाव होना है, भोपाल को जहां पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित किया गया है, वहीं इंदौर से सामान्य वर्ग का महापौर होगा. राजधानी के रवींद्र भवन में आरक्षण प्रक्रिया पूरी हुई. इस दौरान नगरनिगम के महापौर और नगर पालिका व नगर परिषद के लिए अध्यक्ष किस वर्ग का होगा यह तय हो गया.

इस आरक्षण के जरिए तय हो गया है कि पिछड़ा वर्ग के लिए भोपाल और खंडवा (महिला के लिए आरक्षित), सतना और रतलाम (मुक्त) रहेंगे. इसी तरह सामान्य वर्ग की महिला के लिए सागर, बुरहानपुर, देवास और कटनी और ग्वालियर. इसके अलावा सामान्य वर्ग अर्थात अनारक्षित इंदौर, जबलपुर, रीवा और सिंगरौली को किया गया है.

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वहीं अनुसूचित जाति के लिए मुरैना और उज्जैन (इसमें मुरैना महिला वर्ग के लिए आरक्षित), अनुसूचित जन जाति के लिए छिंदवाड़ा को आरक्षित किया गया है.

मध्य प्रदेश के 16 नगर निगम में मेयर पद के लिए आरक्षण हो गया है. इसी तरह 99 नगर पालिका और 292 नगर परिषद के अध्यक्षों के लिए भी आरक्षण किया गया है. बताया गया है कि नगरीय निकाय चुनावों को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने भी अपनी तैयारी पूरी कर ली है. इसलिए इस बात की संभावना है कि निकाय चुनावों के लिए तारीखों का जल्दी ही ऐलान कर दिया जाएगा.