मध्य प्रदेश : आईफा अवार्ड समारोह पर शुरू हुई सियासत, कांग्रेस ने बताया फिजूल खर्ची

बीजेपी इस आयोजन को जहां फिजूलखर्ची बता रही है, वहीं कांग्रेस ने इस आयोजन को देश और दुनिया में राज्य को पहचान दिलाने वाला आयोजन करार दिया है.

बीजेपी इस आयोजन को जहां फिजूलखर्ची बता रही है, वहीं कांग्रेस ने इस आयोजन को देश और दुनिया में राज्य को पहचान दिलाने वाला आयोजन करार दिया है.

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yogesh bhadauriya
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मध्य प्रदेश : आईफा अवार्ड समारोह पर शुरू हुई सियासत, कांग्रेस ने बताया फिजूल खर्ची

IIFA Awards( Photo Credit : New State)

मध्य प्रदेश में आईफा अवार्ड समारोह की तारीखों का ऐलान किए जाने के साथ ही राज्य की सियासत गरमा गई है. बीजेपी इस आयोजन को जहां फिजूलखर्ची बता रही है, वहीं कांग्रेस ने इस आयोजन को देश और दुनिया में राज्य को पहचान दिलाने वाला आयोजन करार दिया है. राजधानी के मिंटोहॉल में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इंदौर में मार्च माह में होने जा रहे आईफा अवार्ड समारोह की तारीखों का ऐलान किया. इस मौके पर फिल्म अभिनेता सलमान खान और अभिनेत्री जैकलिन फर्नाडीस भी मौजूद रहीं.

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आईफा अवार्ड समारोह आयोजन पर विपक्षी दल बीजेपी के नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने तंज कसा. उनका कहना है, "राज्य की धरती पर दलितों और आदिवासियों पर अत्याचार हो रहे हैं, किसान कर्जमाफी के इंतजार में आत्महत्या कर रहे हैं. बेरोजगार युवा हताशा और अवसाद का शिकार हो रहे हैं. कन्याएं अपनी गृहस्थी बसाने के लिए उपहार राशि का इंतजार कर रही हैं. संबल योजना के हितग्राही कफन सहायता, मृत्यु सहायता की आशा में रोज बैंकों से खाली हाथ लौट रहे हैं."

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भार्गव ने कई योजनाओं को बंद किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा, "खाली खजाने का हवाला देकर कमलनाथ सरकार गरीबों की योजनाओं को बंद कर रही है. वहीं दूसरी ओर आईफा अवार्ड के नाम पर सरकार अपनी वाहवाही में लगी हुई है. आइफा अवार्ड प्रदेश की जनता के पैसों से कमलनाथ सरकार के नाकारेपन, वादा-खिलाफी और दलित और आदिवासियों पर बढ़ते अत्याचारों का जश्न है."

वहीं राज्य की संस्कृति मंत्री डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ का कहना है, "आईफा अवार्ड आयोजन प्रदेश को देश और दुनिया में नई पहचान दिलाने वाला होगा. बीजेपी के नेताओं का काम है आरोप लगाना और वे वही कर रहे हैं. इस आयोजन से राज्य में व्यावसायिक गतिविधियां भी बढ़ेंगी, इसका लाभ तो प्रदेश और प्रदेशवासियों को ही होगा."

उन्होंने कहा, "मध्य प्रदेश देश के मध्य में स्थित है. यहां प्राकृतिक सौंदर्य है, वाइल्ड लाइफ है, धरोहर है. इस आयोजन के जरिए लोग इसे करीब से जान सकेंगे. जब कोई भी बड़ा आयोजन किसी स्थान पर होता है तो उसका लाभ उस क्षेत्र और वहां के लोगों को होता है. आईफा के आयोजन से देश और दुनिया के लोगों का यहां आना होगा और वे मध्य प्रदेश को करीब से जान सकेंगे."

राज्य की कमलनाथ सरकार द्वारा आर्थिक सुधार लाने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों का हवाला देते हुए डॉ. साधौ ने कहा, "इस आयोजन से राज्य को आर्थिक लाभ होगा. पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास चल रहे हैं, उस दिशा में आईफा मददगार साबित होगा."

भोपाल के मिंटोहॉल में आयोजित कार्यक्रम में बताया गया कि 21 मार्च को भोपाल में कार्यक्रम होगा और 27 व 29 मार्च को इंदौर में कार्यक्रम होंगे. आईफा अवार्ड कर्टेन रेजर कार्यक्रम में बताया गया कि इस अवार्ड कार्यक्रम के लिए मध्यप्रदेश का चुनाव करने के पीछे तीन कारण हैं. पहला श्रेष्ठतम आयोजन स्थल, दूसरा राज्य का सकारात्मक और सहयोगात्मक राजनीतिक नेतृत्व और तीसरा मध्यप्रदेश के सरल और शांतिपूर्ण लोग. देश में मध्यप्रदेश दूसरा राज्य है, जहां आईफा आवार्ड का आयोजन हो रहा है. इसके पहले 2019 में मुम्बई में इसका आयोजन हुआ था.

Source : News State

BJP MP News bhopal
      
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