मध्य प्रदेश : अब पीड़ित के घर पहुंचकर अफआईआर दर्ज करेगी पुलिस

राज्य के गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने नवीन पुलिस कंट्रोल रूम में योजना का शुभारंभ करते हुए कहा, "वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण काल में एफआईआर-आपके द्वार योजना से समस्याओं का निवारण आसानी से हो सकेगा. प्राथमिकी दर्ज कराने के लिये जनता को थाने तक नहीं

राज्य के गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने नवीन पुलिस कंट्रोल रूम में योजना का शुभारंभ करते हुए कहा, "वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण काल में एफआईआर-आपके द्वार योजना से समस्याओं का निवारण आसानी से हो सकेगा. प्राथमिकी दर्ज कराने के लिये जनता को थाने तक नहीं

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yogesh bhadauriya
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प्रतीकात्मक तस्वीर( Photo Credit : News state)

मध्य प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है जहां पुलिस पीड़ित के घर पहुंचकर प्राथमिकी दर्ज करेगी. राज्य के गृह, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ड़ॉ. नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को 'एफआईआर-आपके द्वार' योजना की शुरुआत की. राज्य के गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने नवीन पुलिस कंट्रोल रूम में योजना का शुभारंभ करते हुए कहा, "वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण काल में एफआईआर-आपके द्वार योजना से समस्याओं का निवारण आसानी से हो सकेगा. प्राथमिकी दर्ज कराने के लिये जनता को थाने तक नहीं जाना पड़ेगा. थाना उनके द्वार तक पहुंचेगा. पुलिस विभाग की यह योजना मील का पत्थर साबित होगी."

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गृह मंत्री ने इस अवसर पर हेल्पलाइन 'डायल 112' की भी शुरूआत की. इस हेल्पलाइन नम्बर पर काल करने से एम्बुलेंस, पुलिस और अग्निशमन सेवाएं जनता को तुरंत उपलब्ध हो सकेंगी. ड़ॉ. मिश्रा ने बताया कि 'एफआईआर-आपके द्वार' योजना 11 संभागीय मुख्यालयों के एक शहरी थाना और एक ग्रामीण थाने और गैर संभागीय मुख्यालय दतिया के एक शहरी थाना सहित पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में 23 थानों में प्रारंभ की गई है.

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पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी ने बताया कि डायल 100 में एफआईआर दर्ज करने के लिये प्रशिक्षित प्रधान आरक्षक रहेंगे. सामान्य प्रकार की शिकायतों की डायल 100 द्वारा मौके पर ही एफआईआर दर्ज की जायेगी. गंभीर शिकायतों पर वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन प्राप्त कर निर्णय लिये जायेंगे.

उन्होंने बताया कि एफआईआर-आपके द्वार योजना 31 अगस्त तक पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में चलेगी. इसके बाद इसका आंकलन किया जाएगा और व्यवस्था को पुख्ता बनाकर आवश्यक सुधार व परीक्षण उपरांत पूरे प्रदेश में लागू किया जायेगा.

मंत्री ने इस अवसर पर इमरजेन्सी रिस्पांस सिस्टम के अंतर्गत 'हेल्पलाइन डायल 112' का शुभारंभ करते हुए बताया कि 112 नम्बर पर डायल करने से जनता को एम्बुलेंस, पुलिस और अग्निशमन सेवाएं एक ही नम्बर पर उपलब्ध हो सकेंगी. कंट्रोल रूम से शिकायतों का वर्गीकरण कर तत्काल संबंधित विभागों से क्रियान्वयन सुनिश्चित कराया जा सकेगा. डायल 112 की शुरुआत कर मध्यप्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है.

Source : News Nation Bureau

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