मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व की सीमा से लगी ग्रामपंचायत इटवांकला के ग्रामीण बाघों की चहलकदमी से परेशान हो गए हैं. आए दिन यहां बाघों का आना जाना लगा रहता है. इससे घटनाएं भी सामने आ रही है. इस बार बकरी चराने गए बालक पर जानलेवा हमला कर दिया. इसे घायलावस्था में जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. वहीं एक बैल को भी घायल कर दिया है. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है.
दरअसल पीटीआर में बाघों की संख्या इतनी अधिक बढ़ गई है कि अब बाघों की दस्तक पार्क क्षेत्र से निकलकर सड़कों एवं गांव तक पहुंच रही है. कुछ ऐसा ही मामला कुछ दिनों से पन्ना टाइगर रिजर्व की सीमा से लगे ग्राम इटवाकला में देखा जा रहा है. जहां बाघ की चहल कदमी से ग्रामवासी परेशान हैं. आलम यह है कि अब ग्रामवासी सूरज ढलते ही अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं.
खूंखार वन्यजीव ने जानलेवा हमला कर दिया
यहां पर जंगल में बकरी चराने गए नाबालिक पर खूंखार वन्यजीव ने जानलेवा हमला कर दिया. किसी तरह से पास में खड़ी नाबालिक की भाभी बच्चे की जान बचाई. घायल लोकेंद्र आदिवासी उम्र 10 वर्ष निवासी इटवा कला की मां ने बताया कि उसका पुत्र जंगल में बकरी चराने के लिए गया था. इसी दौरान झाड़ियां के पीछे छिपे बाघ ने उस पर हमला कर दिया.
चीखने चिल्लाने एवं पत्थर मारने पर बाघ वहां से भाग गया
किसी तरह उसकी भाभी के चीखने चिल्लाने एवं पत्थर मारने पर बाघ वहां से भाग गया. और आसपास खड़े लोगो ने खून से लथपथ अवस्था में उसे कंधे पर बैठा कर गांव लेकर आए और वनकर्मियों को मामले की जानकारी दी. जानकारी लगने के बाद मौके पर पहुंचे रेंजर रोहित पुरोहित ने घायल नाबालिक को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय पन्ना में भर्ती करवाया है. जहां उसका उपचार जारी है. घटना में नाबालिक की सीने और कमर में गंभीर चोटें आई हैं. वहीं रेंजर रोहित पुरोहित ने बताया कि सोमवार शाम की घटना है. घायल बालक को अस्पताल में भर्ती करवा दिया है. घटनास्थल के आसपास सर्चिंग की जा रही है.हमला करने वाले जानवर के पगमार्ग चिन्हित किए जा रहे हैं.