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कारोबारी जीतू सोनी के भाई की फैक्ट्री पर चला बुलडोजर, अब प्रशासन रिश्तेदारों पर कसेगा शिकंजा

इंदौर में प्रशासन ने मानव तस्करी समेत अन्य मामलों में फरार कारोबारी जीतू सोनी के साम्राज्य को ध्वस्त करने के बाद प्रशासन ने अब उसके रिश्तेदारों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है.

Updated on: 14 Dec 2019, 03:13 PM

New Delhi:

मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार ने आरोपियों के खिलाफ सख्त तेवर अख्तियार कर लिया है. इंदौर में प्रशासन ने मानव तस्करी समेत अन्य मामलों में फरार कारोबारी जीतू सोनी के साम्राज्य को ध्वस्त करने के बाद प्रशासन ने अब उसके रिश्तेदारों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. शनिवार सुबह नगर निगम और पुलिस- प्रशासन ने संयुक्त कार्रवाई में जीतू सोनी के भाई महेंद्र सोनी की पोलोग्राउंड औद्योगिक क्षेत्र में बनी फैक्ट्री के अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया.

फैक्ट्री का संचालन महेंद्र सोनी और जीतू का भतीजा जिग्नेश कर रहे थे. करीब 15 साल पुरानी यह फैक्ट्री जीतू पर कार्रवाई के बाद बंद कर दी गई थी. जांच में पाया गया था कि धातुओं पर परत चढ़ाने वाली यह फैक्ट्री पूरी तरह अवैध थी.

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भाई व महिला मित्र पर 5-5 हजार के इनाम

मानव तस्करी समेत 40 से अधिक मामलों में फरार जीतू सोनी पर प्रदेश सरकार ने इनाम 30 हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपए कर दिया है. फरार भाई महेंद्र सोनी, सराफा व्यापारी एसोसिएशन अध्यक्ष हुकूम सोनी और साथी सोनिया पर पांच-पांच हजार रुपए का इनाम घोषित किया है. एसएसपी के अनुसार, बेस्ट वेस्टर्न मामले में जीतू पर एक और केस दर्ज करने के निर्देश दिए हैं.

मध्यप्रदेश हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस ने माय होम से मुक्त कराई गई युवतियों के कथित पतियों की बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका खारिज कर दी है. शुक्रवार को जारी फैसले में उन्होंने कहा, पुलिस ने माय होम से युवतियों को मुक्त करवाकर अच्छा काम किया है. उन्हें गलत तरीके से हिरासत में नहीं लिया है. उन्हें आश्रम में रखकर बकायदा सुरक्षा मुहैया कराई गई है.