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मध्य प्रदेश : इंदौर की ताई और भाई की लड़ाई अब सफाई कर्मियों के सम्मान आयोजन पर भी दिखी

इंदौर को स्वच्छता के मामले में तीसरी बार देश के नंबर 1 शहर का खिताब हासिल हुआ है.

Updated on: 09 Mar 2019, 01:02 PM

इंदौर:

इंदौर (Indore)  में ताई और भाई की लड़ाई पूरा देश जानता है. इसी कड़ी में पहले लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन (Sumitra Mahajan) ने अपने आयोजन से कैलाश विजयवर्गीय के फोटो को गायब किया तो अब पलटवार के तौर पर उनके बेटे आकाश विजयवर्गी ने अपने आयोजन से सुमित्रा महाजन और उनकी समर्थक महापौर के फोटो और उपस्थिति को तरजीह नहीं दी. इंदौर को स्वच्छता के मामले में तीसरी बार देश के नंबर 1 शहर का खिताब हासिल हुआ है.

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इसी कड़ी मैं विधानसभा 3 से बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय ने सफाई कर्मियों के सम्मान में महिलाओं को महिला दिवस पर सम्मानित करने के लिए गाड़ी अड्डा ब्रिज के नीचे एक आयोजन रखा. हैरत की बात यह थी कि महिला दिवस के दिन महिलाओं को सम्मानित करने वाले इस आयोजन में देश के सबसे सर्वोच्च पद लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन यानी ताई आयोजन से नदारद थी. ना ही उन्हें आयोजन में देखा गया और ना ही आयोजन के पोस्टर पर उनका फोटो चस्पा था.

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इंदौर की महापौर मालिनी गौड़ जो स्वच्छता सर्वेक्षण का खिताब लेकर दिल्ली से लौटी उन्हें भी यहां जगह नहीं दी गई. इस मामले में जब विधायक आकाश विजयवर्गी से सवाल किया गया तो उन्होंने बड़ी सहजता से इसे टाल दिया. उन्होंने कहा कि उनके पिता कैलाश विजयवर्गीय ने मंच से दोनों ही महिलाओं को सम्मान दिया है. ताई और भाई का यह विवाद महज पोस्टर तक सीमित नहीं है. इंदौर और देश के ज्यादातर लोग जानते हैं की ताई और भाई की अंदरूनी राजनीति बीजेपी के लिए हमेशा से चुनौतीपूर्ण रही है.

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