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मध्य प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला, वैध होगी गांजे की खेती, बीजेपी ने जताया ऐतराज़

मध्यप्रदेश सरकार कैंसर जैसी घातक बीमारी के लिए बनने वाली दवाओं में इस्तेमाल होने वाली गांजे की एक प्रजाति की खेती को वैध करने की तैयारी में है.

Updated on: 23 Nov 2019, 04:07 PM

Bhopal:

आपको ये सुनकर हैरानी होगी कि जल्द ही मध्य प्रदेश में गांजे के खेत लहलहाते दिख सकते है. क्योंकि प्रदेश सरकार जल्द ही गांजे की खेती को वैध कर सकती है. दरअसल मध्यप्रदेश सरकार कैंसर जैसी घातक बीमारी के लिए बनने वाली दवाओं में इस्तेमाल होने वाली गांजे की एक प्रजाति की खेती को वैध करने की तैयारी में है. हालांकि बीजेपी ने इसका विरोध किया है और आरोप लगाए हैं कि सरकार मध्यप्रदेश को नशे की ओर धकेल रही है.

प्रदेश में फिलहाल अफीम की खेती होती है, जिसके लिए प्रदेश सरकार बकायदा लाइसेंस देती है. अब खबर ये है कि सरकार गांजे की खेती के लिए भी अफीम की खेती की तर्ज पर लाईसेंस देने की योजना पर काम कर रही है.

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प्रदेश के जनसम्पर्क मंत्री ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि गांजा कैंसर सहित अन्य असाध्य बीमारियों की दवा बनाने में काम आता है. इसमें गलत क्या है? मंत्री ने दावा किया है कि ये खेती गांजा खाने या पीने के लिये नहीं होगी. कमलनाथ सरकार का तर्क है कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जैसे बीजेपी शासित राज्यों में भी इसकी खेती हो रही है.

बीजेपी ने किया विरोध

वहीं बीजेपी इस फैसले के खिलाफ है. बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री विश्वास सारंग का आरोप है कि हाल ही में शराब दुकानों के साथ अहाते को खोल सरकार पहले ही लोगों को आसानी से मयखाने उपलब्ध करा रही है. उसके बाद गांजे की खेती से सरकार लोगों को नशे की ओर धकेलना चाहती है. इससे अच्छा होगा कि सरकार भारी बारिश से खराब हुई फसलों का उचित मुआवजा दे और अन्य फसलों की पैदावार बढ़ाने के बारे में सोचे.