मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर गहराया संकट अब कम हो चला है, खरीद-फरोख्त के आरोपों के बीच गायब हुए 10 विधायकों में से छह की वापसी के बाद चार विधायकों के आज दोपहर बाद आने की संभावना जताई जा रही है. वहीं भाजपा और कांग्रेस इस पूरे मामले को लेकर एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं. राज्य की कमलनाथ सरकार को अस्थिर करने का आरोप कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर लगाया है. इसके साथ ही उन्होंने खुलासा किया था कि विधायकों को 25 से 35 करोड़ रुपये देने के ऑफर के साथ दिल्ली ले जाया गया. बसपा की विधायक राम बाई को हरियाणा के गुरुग्राम के एक होटल से मुक्त कराने का दावा किया गया. रामबाई और पांच अन्य विधायक बुधवार की शाम को भोपाल पहुंच चुके हैं.
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि, चार विधायक अब भी ऐसे है जो दिल्ली और बेंगलुरू में है. इनमें कांग्रेस के बिसाहूलाल सिंह, हरदीप सिंह डंग व रघुराज कंसाना और निर्दलीय सुरेंद्र सिंह शेरा शामिल हैं. इन सभी विधायकों के दोपहर बाद तक चार्टर प्लेन से दिग्विजय सिंह के साथ भोपाल पहुंचने की संभावना जताई जा रही है.
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कांग्रेस के लिए छह विधायकों की बुधवार की शाम को हुई वापसी काफी राहतभरी रही. दिल्ली से चार्टर प्लेन से बसपा की राम बाई, संजीव सिंह कुशवाहा, सपा के राजेश शुक्ला, कांग्रेस के एदल सिंह कंसाना, रणवीर जाटव व कमलेश जाटव लौटे थे. इन विधायकों की कई घंटे तक मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ बैठक चली, इस मौके पर प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया भी मौजूद थे.
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्जिवय सिंह भाजपा पर खरीद फरोख्त के आरोप लगाए जा रहे हैं और इसमें राज्य के पांच बड़े नेताओं की भूमिका बता रहे हैं. वहीं भाजपा के पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दिग्विजय सिंह पर हमला बोला है. उनका कहना है कि, कांग्रेस के लोग ही यह कह रहे हैं कि, यह सारा नाटक राज्यसभा में जाने के लिए रचा गया.
Source : News State