मध्यप्रदेश में आठ माह बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. इससे पहले ही यहां पर सियासी पारा गर्म है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का एक बयान इन दिनों चर्चा में है. उन्होंने कहा 'आठ मे चुनाव होने हैं. अधिकारियों और पुलिस से कह दीजिए आठ माह में हम आपसे हिसाब लेंगे. सभी कर्मी और पुलिस कान खोलकर सुन लें कि उनका हिसाब लिया जाएगा.' इससे पहले टीकमगढ़ के कार्यक्रम में पूर्व सीएम कमलनाथ ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भी टिप्पणी की थी. कमलनाथ ने कहा 'जब सिंधिया भाजपा में हैं तो बीते साल ग्वालियर और उसके नजदीक मुरैना में महापौर का चुनाव वह क्यों हार गई. इससे पहले कमलनाथ ने ज्योतिरादित्य सिंधियां पर निशाना साधते कहा था कि उन्हें कोई सिंधिया की आवश्यकता नहीं है.
वर्तमान सरकार को दिया चैलेंज
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बयान में कहा कि भाजपा के लोग उनसे 15 माह की सरकार का हिसाब लेते हैं. वे कहते हैं कि पहले शिवराज सिंह चौहान 18 वर्ष के शासन का हिसाब दें. इसके बाद ही 15 माह के कार्यकाल का हिसाब वे देंगे. उन्होंने शिवराज सिंह चौहान को खुली चुनौती दी कि वे एक मंच पर आकर आमने-सामने सवाल-जवाब कर सकते हैं.
सिंधिया ने भी किया पलटवार
वहीं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधियां ने भी ट्वीट कर पूर्व सीएम कमलनाथ के बयान पर पलटवार किया है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने ट्वीटर हैंडल पर मध्य प्रदेश की पूर्व सरकार पर कई आरोप लगाए. उन्होंने सरकार की चार खामियां गिनाईं, पहला तबादला उद्योग, दूसरा वादाखिलाफी, तीसरा भ्रष्टाचार, चौथा माफिया-राज. उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी, अच्छा है आपकी इस तोप की परिभाषा में फिट नहीं हुआ.” गौरतलब है कि एमपी में भाजपा की सरकार है. शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सरकार चल रही है. बीते चुनाव में कांग्रेस ने बहुमत हासिल कर सरकार बनाई थी. कमलनाथ उस समय सीएम बने थे. बाद में विधायकों के टूटने के बाद कांग्रेस की सरकार गिर गई. उस समय कमलनाथ सीएम थे.
HIGHLIGHTS
- शिवराज सिंह चौहान 18 वर्ष के शासन का हिसाब दें: कमलनाथ
- ग्वालियर और मुरैना में महापौर का चुनाव वह क्यों हार गई भाजपा : कमलनाथ
- सिंधियां ने भी ट्वीट कर पूर्व सीएम कमलनाथ के बयान पर पलटवार किया