मध्य प्रदेश का कटनी शहर में इन दिनो फर्जी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी धड़ल्ले से चल रही हैं. मजे की बात ये है इन सोसाइटी को शहर के कई रसूखदार चला रहे हैं कहा तो ये भी जाता है कि इन सोसायटीज को उनका संरक्षण प्राप्त है. क्रेडिट सोसाइटी के नाम पर संचालक किसी बंद पड़ी सोसाइटी के पेपर अपने नाम ट्रांसफर करवा लेता है फिर सोसाइटी की आड़ में लाखों करोड़ों रुपये का लेनदेन होता है. बिल्कुल वैसे ही जैसे फर्जी शेल कंपनियां खोल हवाला का कारोबार होता है.
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ऐसी ही एक सोसाइटी वरगवां में बंगाल क्रेडिट कोऑपरेटिव के नाम से संचालित की जा रही थी. मीडिया को जब इस क्रेडिट सोसाइटी की भनक लगी तो मौके पर पहंच जानकारी जुटाने की कोशिश की. पहले तो सोसाइटी संचालक जानकारी देने में आनाकानी करता रहा. बाद में पुलिस के पहुंचते ही सोसाइटी और संचालक रातोंरात गायब हो गए.
सवाल ये उठता है कि बंगाल की क्रेडिट सोसाइटी कटनी में कैसे खुल गई और क्या सोसाइटी को जिले में चलाने कलेक्टर की अनुमति मिली थी या नही. बहुत मुमकिन है कि ये पूरा कारोबार जीएसटी और इनकम टैक्स बचाने के लिए किया जा रहा था. जिसमे शहर के कई कारोबारी और रसूखदार शामिल हो सकते हैं. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
Source : News State