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मध्यप्रदेश : डीएससी जवान ने आयुध निर्माणी में अपने वरिष्ठ सहकर्मी की गोली मार कर हत्या की

मध्य प्रदेश के कटनी जिला स्थित आयुध निर्माणी में शनिवार रात को डिफेंस सिक्योरिटी कोर (डीएससी) के एक हवलदार ने मामूली विवाद को लेकर अपने वरिष्ठ सहकर्मी नायब सूबेदार अशोक शिकारा (45) की कथित रूप से गोली मार कर हत्या कर दी.

Updated on: 12 Oct 2020, 05:03 AM

कटनी:

मध्य प्रदेश के कटनी जिला स्थित आयुध निर्माणी में शनिवार रात को डिफेंस सिक्योरिटी कोर (डीएससी) के एक हवलदार ने मामूली विवाद को लेकर अपने वरिष्ठ सहकर्मी नायब सूबेदार अशोक शिकारा (45) की कथित रूप से गोली मार कर हत्या कर दी. पुलिस ने यह जानकारी दी. कटनी जिले के पुलिस अधीक्षक ललित शाक्यवार ने रविवार रात ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि इस घटना के बाद आरोपी हवलदार आयुध निर्माणी के विशाल परिसर में कहीं जाकर छिप गया है और पिछले 24 घंटे से आत्मसमर्पण नहीं कर रहा है. वहीं, माधव नगर पुलिस थाने के उप-निरीक्षक सी के तिवारी ने रविवार को बताया कि हवलदार एस सिंह (करीब 55 साल) ने शनिवार रात करीब सात बजकर 55 मिनट पर नायब सूबेदार अशोक शिकारा पर राइफल से पांच गोलियां दाग दीं और उसके बाद आयुध निर्माणी कटनी के विशाल परिसर में कहीं जाकर छिप गया. इस परिसर में ऊंची-ऊंची झाड़ियां और कई इमारतें हैं.

पुलिस अधीक्षक शाक्यवार ने बताया, ‘‘वह कभी-कभी आत्मसमर्पण करने के लिए तैयार हो जाता है, लेकिन पल भर में ही अपने आत्मसमर्पण करने के इरादे को बदल देता है और अपना मोबाइल फोन बंद कर देता है. हम अपनी ओर से पूरा प्रयास कर रहे हैं कि वह आत्मसमर्पण कर दे.’’ उन्होंने कहा कि आरोपी के पास करीब 15 से 20 गोलियों से भरी इंसास रायफल है और वह धमकी दे रहा है कि यदि कोई उसके नजदीक आया तो वह खुद को गोली मार कर अपनी जान दे देगा. शाक्यवार ने बताया कि आयुध निमार्णी में डीएससी के प्रभारी कर्नल आरोपी के आत्मसमर्पण के लिए प्रयास कर रहे हैं. माधव नगर पुलिस थाने के उप-निरीक्षक तिवारी ने कहा कि यह हवलदार पहले डिफेंस सिक्योरिटी कोर में पैसे एवं ड्यूटी का हिसाब-किताब रखता था.

उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार जब अशोक शिकारा कुछ दिन पहले वहां पर स्थानांतरित होकर कर आए तो इन दोनों में अधिकार क्षेत्र को लेकर टकराव होने लगा और कथित तौर पर इसी के परिणाम स्वरूप आरोपी ने शिकारा को गोली मारी है. तिवारी ने कहा कि शव का पोस्टमॉर्टम करा दिया गया है और विस्तृत जांच जारी है. देश की सभी आयुद्ध निर्मार्णियों में सुरक्षा का दायित्व डीएससी को दिया गया है. पुलिस अधीक्षक शाक्यवार ने बताया कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए जबलपुर से सेना की क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) और डीएससी के आला अधिकारी कटनी पहुंच गये हैं. जब उनसे सवाल किया गया कि क्या रविवार की साप्ताहिक छुट्टी के बाद 1200 कर्मचारियों वाला आयुद्ध निर्माणी कटनी सोमवार को खुलेगा, तो इस पर उन्होंने कहा, ‘‘डीएससी अधिकारी और हम आरोपी हवलदार को आत्मसमर्पण करवाने के लिए पूरे प्रयास कर रहे हैं.’’