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एमपी में विश्वविद्यालय और महाविद्यालय गांव को गोद लेंगे, शिक्षामंत्री ने कही ये बात

मध्य प्रदेश में सभी विश्वविद्यालय और महाविद्यालय एक गांव को गोद लेकर वहां सचालित कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति की जानकारी प्राप्त करेंगे.

Updated on: 27 Jan 2021, 04:33 PM

भोपाल:

मध्य प्रदेश में सभी विश्वविद्यालय और महाविद्यालय एक गांव को गोद लेकर वहां सचालित कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति की जानकारी प्राप्त करेंगे. राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चाय पर चर्चा के दौरान यह बात कही. राज्य के मुख्यमंत्री चौहान ने मंत्रियों के साथ चाय पर चर्चा का सिलसिला शुरू किया है.

इस क्रम में मुख्यमंत्री की बुधवार को उच्च शिक्षा मंत्री यादव के साथ चाय पर चर्चा हुई. मुख्यमंत्री ने चाय पर चर्चा का सिलसिला विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन और प्रस्तावित योजनाओं का जमीनी हाल जानने के मकदस से शुरू किया है.

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मंत्री डॉ. यादव ने मुख्यमंत्री को बताया, "सभी विश्वविद्यालय और महाविद्यालय एक ग्राम को गोद लेकर ग्राम में संचालित कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति की जानकारी प्राप्त करेंगे. इससे ग्राम में विकास कार्यों का बेहतर क्रियान्वयन हो सकेगा. ग्राम के विकास के लिए कुलपति, प्राचार्य और विद्यार्थियों की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी. शीघ्र ही यह पहल होगी."

चाय पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री चौहान को डॉ. यादव ने जानकारी दी कि क्षेत्र विशेष के विकास के अलावा सामाजिक कुरीतियों की समाप्ति के लिए भी अब महाविद्यालय आगे आएंगे. युवा शक्ति का इसमें उपयोग किया जाएगा. इसके पहले राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाईयों के माध्यम से विद्यार्थियों द्वारा ऐसी गतिविधियां सीमित रूप में की जाती रही हैं.

मुख्यमंत्री चौहान ने नई शिक्षा नीति के संदर्भ में उच्च शिक्षा विभाग के नवाचारों को सराहनीय बताया. इस अवसर पर जनजातीय बहुल क्षेत्रों और पिछड़ा वर्ग समुदाय के लिए उच्च शिक्षा व्यवस्थाओं की जानकारी भी मंत्री डॉ. यादव द्वारा दी गई.

मुख्यमंत्री चौहान को उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने कोरोना काल में उच्च शिक्षा की व्यवस्थाओं और इस वर्ष परीक्षाएं लेने की अनुमति प्राप्त होने के पश्चात किए जा रहे आवश्यक प्रबंधों की जानकारी भी दी.